नई दिल्ली: अमेरिका भारत के साथ मिलकर भविष्य के मिलिट्री हेलिकॉप्टर्स और इन्फन्ट्री वीइकल्स बनाना चाहता है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 2 प्रॉजेक्ट्स पर बातचीत डॉनल्ड ट्रंप के अमेरिका राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के कुछ दिन बाद ही फरवरी में होगी।
यह शुरुआत अमेरिका और भारत के बीच हुए डिफेंस टेक्नॉलजी ऐंड ट्रेड इनिशटिव (DTII) के तहत होनी है। अमेरिका के फ्यूचर वर्टिकल लिफ्ट एयरक्राफ्ट (FVL) प्रोग्राम का हिस्सा बनने के ऑफर में भारत अपनी दिलचस्पी दिखा चुका है। इसके अंतर्गत अगले 15 सालों में 5 हेलिकॉप्टर्स बनाए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इसकी लागत करीब 8 बिलियन डॉलर आएगी।
अमेरिका ने फ्यूचर इन्फन्ट्री कॉमबैट वीइकल (FICV) प्रॉजेक्ट में भारत के साथ इजरायल को भी शामिल करने का सुझाव दिया है। इस प्रॉजेक्ट पर भारत ने अभी तक पूरी तरह से हामी नहीं भरी है क्योंकि भारत 2 प्राइवेट कंपनियों के साथ FICV के प्रॉजेक्ट के लिए बातचीत कर रहा है। अमेरिका भारत को आधिकारिक तौर पर 'मेजर डिफेंस पार्टनर' बता चुका है। ऐसे में यह 2 फ्यूचर प्रॉजेक्ट्स तकनीक के विकास और आदान-प्रदान में भारत के काफी काम आ सकते हैं।
यह शुरुआत अमेरिका और भारत के बीच हुए डिफेंस टेक्नॉलजी ऐंड ट्रेड इनिशटिव (DTII) के तहत होनी है। अमेरिका के फ्यूचर वर्टिकल लिफ्ट एयरक्राफ्ट (FVL) प्रोग्राम का हिस्सा बनने के ऑफर में भारत अपनी दिलचस्पी दिखा चुका है। इसके अंतर्गत अगले 15 सालों में 5 हेलिकॉप्टर्स बनाए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इसकी लागत करीब 8 बिलियन डॉलर आएगी।
अमेरिका ने फ्यूचर इन्फन्ट्री कॉमबैट वीइकल (FICV) प्रॉजेक्ट में भारत के साथ इजरायल को भी शामिल करने का सुझाव दिया है। इस प्रॉजेक्ट पर भारत ने अभी तक पूरी तरह से हामी नहीं भरी है क्योंकि भारत 2 प्राइवेट कंपनियों के साथ FICV के प्रॉजेक्ट के लिए बातचीत कर रहा है। अमेरिका भारत को आधिकारिक तौर पर 'मेजर डिफेंस पार्टनर' बता चुका है। ऐसे में यह 2 फ्यूचर प्रॉजेक्ट्स तकनीक के विकास और आदान-प्रदान में भारत के काफी काम आ सकते हैं।
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