जम्मू कश्मीर में सर्वदलीय टीम से मुलाकात के लिए हुर्रियत के इनकार के बाद श्रीनगर में अभी भी कई इलाकों में कर्फ्यू जारी है. प्रतिनिधिमंडल की कोशिश थी कि बातचीत के बाद कश्मीर के हालात पर कोई फैसला लिया जाए जिससे आम कश्मीरियों को परेशानी का सामना ना करना पड़ा. आज यानि सोमवार को प्रतिनिधिमंडल जम्मू का रुख करेगा जहां सभी दलों के नेता कश्मीरी पंडितों की हालात पर चर्चा होगी.
प्रतिनिधिमंडल की कोशिश थी कि इस दौरे से कोई हल निकाला जाए लेकिन हुर्रियत की गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण कोई बड़ा फैसला नहीं हो सका . अलगाववादी नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल के पांच विपक्षी सदस्यों से बात करने से इनकार कर दिया है और उनके प्रयास को विफल कर दिया. इस दौरे के बाद भी कश्मीर में हिंसा का दौरा जारी है. रविवार को प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय को फूंक दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों से हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल शरद यादव, सीताराम येचूरी सरीखे कुछ नेताओं ने हुर्रियत से बातचीत की पूरी कोशिश की लेकिन उनकी कोशिश नाकाम रही. नेता जब सैयद अली शाह गिलानी से मिलने उनके घर गये लेकिन उन्हें वहां से भी खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस समेत सभी पक्षों को बातचीत का न्योता भेजा था. हालांकि महबूबा ने पीडीपी अध्यक्ष के तौर पर ख़त लिखा था. इस दौरे की जानकारी देते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया हम कश्मीर में शांति चाहते हैं.
दिल्ली में बैठकों के दौर के बाद प्रतिनिधिमंडल जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हुआ था. उम्मीद थी कि इस दौरे से कोई बड़ी सफलता हासिल होगी लेकिन हुर्रियत के रवैये के कारण जम्मू कश्मीर के मामले में कोई ठोस हल नहीं निकल सका. हुर्रियत चाहती है कि भारत पाकिस्तान से कश्मीर के मामले में बातचीत करे दूसरी तरफ भारत इस मामले को खुद आपस में बैठकर सुलझना चाहता है. आज प्रतिनिधिमंडल जम्मू के दौरे पर है संभव है कि कश्मीरी पंडितों को लेकर प्रतिनिधिमंडल किसी बड़े फैसले पर पहुंचेगा.
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