सारी दुनिया रविवार को एक ऐतिहासिक पल की गवाह बनी. वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस ने मदर टेरेसा को संत की उपाधि दी. उनका जन्म तो कहीं और हुआ, लेकिन उन्होंने अपनी कर्मभूमि बनाया हिंदुस्तान को. सरकार की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज खुद इस पल की गवाह बनीं तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे. वेटिकन सिटी पूरी तरह से सज-धज कर इस सेरेमनी के लिए तैयार हुई थी. संत टेरेसा का रिश्ता भारत से है तो भारत में इस ऐतिहासिक पल को लेकर जोश दुनिया से निराला है. कोलकाता में उनकी मिशनरी से लेकर बैंगलोर, रांची और जगह-जगह संत टेरेसा की प्रार्थना की जा रही है. मानवता की सेवा करने वाली संत टेरेसा का पूरा जीवन ही दीन-दुखियों के लिए था. संत टेरेसा जैसी शख्सियत मरती नहीं. आज से ईश्वर का हिस्सा बनीं ममतामयी मदर टेरेसा ने दो बार अपने चमत्कार से दुनिया को विस्मृत किया और आज भी करोड़ों लोगों के जेहन में जिंदा हैं. इसीलिए हम उन्हें संत कहते हैं.
Mother Teresa as a Saint, Hindi News |
0 comments:
Post a Comment