अहमदाबाद: गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने प्रधानमंत्री के नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे से ठीक एक दिन पहले विरोध जताते हुए मुंडन करवाया है. इस मुंडन में ना सिर्फ हार्दिक पटेले बल्कि पाटीदार अनामत आंदोलन के 50 से ज्यादा सदस्य भी शामिल हुए. हार्दिक पटेल का कहना है कि प्रधानमंत्री ने जिस सोनी योजना की शुरुआत एक महीने पहले की थी, उसी योजना में आज पानी नहीं है.
हार्दिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी ओर प्रधानमंत्री सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं हालांकि सच्चाई वहां कुछ ओर होती है. इसी लिये बोटाद में उसी जगह मुंडन करवाया है जहां प्रधानमंत्री पिछली बार आए थे. प्रधानमंत्री दो दिन के दौरे पर सोमवार को गुजरात आ रहे हैं. यहां वह कच्छ के भचाउ ओर गांधीधाम में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. मंगलवार को पीएम मोदी गांधीनगर आयेंगे और अफ्रिकन बैंक के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
हार्दिक पटेल ने कहना है कि उन्होंने एक मिसकॉल ड्राइव शुरू किया है, जिसमें 2 लाख से ज्याद कॉल मिले हैं. किसान, महिलाएं और युवाओं की बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर कैसे लड़ा जाये इन सभी मुद्दों को लेकर हम लोगों के बीच जा रहे हैं. हमारा मकसद है कि 50 लाख लोगों को इस मिसकॉल अभियान से जोड़ें. बीजेपी के वॉलिंटियर की तरह हम भी ऐसे ही वॉलिंटियर उनके सामने खड़े करने जा रहे हैं. एक माहौल था कि जब मोदी साहब निकलते थे तो लोग जमा होते थे, लेकिन आज वो माहौल नहीं रहा. 2002 और 2005 में जिन किसानों की जमीन गई है, उस कपंनी ने उन किसान के बच्चों तक को रोजगार नहीं दिया है.
साफ है कि इस साल गुजरात में चुनाव होने हैं. ऐसे में पाटीदार आरक्षण आंदोलन अपना विरोध ओर मजबूत करता जा रहा है, हार्दिक पटेल ने पहले ही ये एलान कर दिया हे कि इस बार चुनाव में पाटीदार, बीजेपी कि खिलाफ मैदान में उतरेंगे. पाटीदारों का विरोध बीजेपी के लिए चुनाव में भारी पड़ सकता है.
हार्दिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी ओर प्रधानमंत्री सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं हालांकि सच्चाई वहां कुछ ओर होती है. इसी लिये बोटाद में उसी जगह मुंडन करवाया है जहां प्रधानमंत्री पिछली बार आए थे. प्रधानमंत्री दो दिन के दौरे पर सोमवार को गुजरात आ रहे हैं. यहां वह कच्छ के भचाउ ओर गांधीधाम में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. मंगलवार को पीएम मोदी गांधीनगर आयेंगे और अफ्रिकन बैंक के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
हार्दिक पटेल ने कहना है कि उन्होंने एक मिसकॉल ड्राइव शुरू किया है, जिसमें 2 लाख से ज्याद कॉल मिले हैं. किसान, महिलाएं और युवाओं की बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर कैसे लड़ा जाये इन सभी मुद्दों को लेकर हम लोगों के बीच जा रहे हैं. हमारा मकसद है कि 50 लाख लोगों को इस मिसकॉल अभियान से जोड़ें. बीजेपी के वॉलिंटियर की तरह हम भी ऐसे ही वॉलिंटियर उनके सामने खड़े करने जा रहे हैं. एक माहौल था कि जब मोदी साहब निकलते थे तो लोग जमा होते थे, लेकिन आज वो माहौल नहीं रहा. 2002 और 2005 में जिन किसानों की जमीन गई है, उस कपंनी ने उन किसान के बच्चों तक को रोजगार नहीं दिया है.
साफ है कि इस साल गुजरात में चुनाव होने हैं. ऐसे में पाटीदार आरक्षण आंदोलन अपना विरोध ओर मजबूत करता जा रहा है, हार्दिक पटेल ने पहले ही ये एलान कर दिया हे कि इस बार चुनाव में पाटीदार, बीजेपी कि खिलाफ मैदान में उतरेंगे. पाटीदारों का विरोध बीजेपी के लिए चुनाव में भारी पड़ सकता है.
0 comments:
Post a Comment