मुंबई: टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने सोमवार को एक नए इंटेलिजेंट सॉफ्टवेयर का अनावरण किया जो एलइडी लाइटिंग के उपयोग में बिजली में आधी से ज्यादा बचत कराएगा.
इस सॉफ्टवेयर की मदद से स्मार्ट सिटीज में ऊर्जा उपभोग में कमी लाई जा सकेगी. यह सॉफ्टवेयर सेल्फ लर्निग एल्गोरिथम पर काम करता है और ट्रैफिक, मौसम या लोगों के आवागमन को वास्तविक समय में भांप कर प्रतिक्रिया देता है और लोगों की सुरक्षा बढ़ाता है.
टीसीएस डिजिटल सॉफ्टवेयर एंड सोल्यूशंस समूह के समूह प्रमुख और महाप्रबंधक सीता हरिहरण ने एक बयान में कहा, हम स्मार्टसिटी की संभावनाओं के एक छोटे से हिस्से को ही अभी पकड़ पाए हैं जबकि इसमें बहुत संभावनाएं हैं जैसे रिटेल, बैंकिंग अन्य उपभोक्ता केंद्रित बाजारों में है. शहर जल्द ही डिजिटल नागरिकों और आगंतुकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करेंगे.
उन्होंने कहा, द इंटेलीजेंट अर्बन एक्सचेंज (आईयूएक्स) एडेप्टिव स्ट्रीटलाइट ऑप्टीमाइजेशन में क्रांति ला देगी और यह शहरों को स्मार्ट सिटी में तब्दील होने में मदद करेगी. रिसर्च फर्म नार्थईस्ट ग्रुप एलएलसी ने अनुमान लगाया है कि अगले 10 सालों में 28.02 करोड़ एलइडी स्ट्रीट लाइटें 125 देशों में लगाई जाएगी.
इस सॉफ्टवेयर की मदद से स्मार्ट सिटीज में ऊर्जा उपभोग में कमी लाई जा सकेगी. यह सॉफ्टवेयर सेल्फ लर्निग एल्गोरिथम पर काम करता है और ट्रैफिक, मौसम या लोगों के आवागमन को वास्तविक समय में भांप कर प्रतिक्रिया देता है और लोगों की सुरक्षा बढ़ाता है.
टीसीएस डिजिटल सॉफ्टवेयर एंड सोल्यूशंस समूह के समूह प्रमुख और महाप्रबंधक सीता हरिहरण ने एक बयान में कहा, हम स्मार्टसिटी की संभावनाओं के एक छोटे से हिस्से को ही अभी पकड़ पाए हैं जबकि इसमें बहुत संभावनाएं हैं जैसे रिटेल, बैंकिंग अन्य उपभोक्ता केंद्रित बाजारों में है. शहर जल्द ही डिजिटल नागरिकों और आगंतुकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करेंगे.
उन्होंने कहा, द इंटेलीजेंट अर्बन एक्सचेंज (आईयूएक्स) एडेप्टिव स्ट्रीटलाइट ऑप्टीमाइजेशन में क्रांति ला देगी और यह शहरों को स्मार्ट सिटी में तब्दील होने में मदद करेगी. रिसर्च फर्म नार्थईस्ट ग्रुप एलएलसी ने अनुमान लगाया है कि अगले 10 सालों में 28.02 करोड़ एलइडी स्ट्रीट लाइटें 125 देशों में लगाई जाएगी.
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