नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री कल्बकुंतल चंद्रशेखर राव यानी केसीआर अपने महंगे शौकों के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं. पिछले दिनों 9 एकड़ में फैले उनका विशाल महल में प्रवेश चर्चा में रहा था. इस बार वे फिर से सुर्खियों में हैं और वजह है उनका तिरुपति मंदिर में साढ़े 5 करोड़ रुपये के गहने चढ़ाना. मंदिर में इसके लिए विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के साथ विशेष विमानों से यहां पहुंचे. चर्चा है कि ये गहने राज्य के बजट से बनवाए गए हैं, न कि खुद केसीआर के पैसों से.
चंद्रशेखर राव बुधवार को भगवान बालाजी मंदिर में 5.45 करोड़ रुपये के आभूषण चढ़ाए. मुख्यमंत्री अपने परिवार के सदस्यों, मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ यहां तिरुमला मंदिर के लिए बहुप्रतीक्षित धन्यवाद यात्रा के लिए दो विशेष विमान से पहुंचे.
उन्होंने कहा कि तिरुपति के दोनों प्रतिष्ठित देवताओं में भगवान बालाजी को पांच करोड़ रुपये के सोने के गहने और देवी पद्मावती को 45,000 रुपये की नथुनी चढ़ाई. मंदिर में चढ़ाए गहनों में करीब 3.70 करोड़ रुपये की लगात वाली 14.20 किलोग्राम सोने की सालिग्राम माला और 1.20 करोड़ रुपये की कीमत वाला 4.65 किलो सोने का कंठाहार शामिल है.
इससे पहले भी वह मंदिरों में इसी तरह का दान चढ़ा चुके हैं. बीते साल अक्टूबर महीने में उन्होंने करीब साढ़े 3 करोड़ रुपये का सोने का मुकुट वारंगल में देवी भद्रकाली के मंदिर में भेंट किया था
चंद्रशेखर राव बुधवार को भगवान बालाजी मंदिर में 5.45 करोड़ रुपये के आभूषण चढ़ाए. मुख्यमंत्री अपने परिवार के सदस्यों, मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ यहां तिरुमला मंदिर के लिए बहुप्रतीक्षित धन्यवाद यात्रा के लिए दो विशेष विमान से पहुंचे.
उन्होंने कहा कि तिरुपति के दोनों प्रतिष्ठित देवताओं में भगवान बालाजी को पांच करोड़ रुपये के सोने के गहने और देवी पद्मावती को 45,000 रुपये की नथुनी चढ़ाई. मंदिर में चढ़ाए गहनों में करीब 3.70 करोड़ रुपये की लगात वाली 14.20 किलोग्राम सोने की सालिग्राम माला और 1.20 करोड़ रुपये की कीमत वाला 4.65 किलो सोने का कंठाहार शामिल है.
इससे पहले भी वह मंदिरों में इसी तरह का दान चढ़ा चुके हैं. बीते साल अक्टूबर महीने में उन्होंने करीब साढ़े 3 करोड़ रुपये का सोने का मुकुट वारंगल में देवी भद्रकाली के मंदिर में भेंट किया था
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