वाराणसी: लोकतंत्र के पर्व चुनाव में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं. लोगों को मतदान करने के लिए जागरूक करने में वह भागीदारी निभा रही है. नए-नए तरीकों से वाराणसी में भी महिलाओं और स्कूल की छात्राओं ने लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने का नया तरीका निकाला. यहां की छात्राएं घर के किसी उत्सव के लिए नहीं लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने को मेहंदी लगा रही हैं. अब आप सोच सकते हैं कि भला मेहंदी कैसे मतदान के लिए जागरूक कर सकती है, लेकिन इनके हाथों को गौर से देखेंगे तो खूबसूरत डिजाइन के बीच मतदान के लिए तरह-तरह के स्लोगन लिखे हैं. लड़कियां कह रही हैं कि हम लोग हाथों में रची मेहंदी के जरिए महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं.
अग्रसेन पीजी महिला कॉलेज की लगभग 5 हजार छात्राएं सिर्फ मेहंदी ही नहीं बल्कि नेल पॉलिश के जरिए भी वोट डालने की अपील कर रही हैं. खास बात यह है कि हर छात्रा के नाखून पर अलग-अलग डिजाइन थे, क्योंकि यहां पर नेल पॉलिश की प्रतियोगिता भी हुई थी. लिहाजा छात्राएं अपने-अपने तरीके से अपने नाखूनों को सजाकर पहुंची थीं. प्रतियोगिता में भाग लेने वाली ऋचा कहती हैं कि नेल पॉलिश की इस प्रतियोगिता में भाग लेकर उन्हें बहुत मजा आया क्योंकि मतदान के लिए लोगों को जागरूक करने का डिजाइन बनाना इतना आसान नहीं था.
स्कूल में मतदाता जागरूकता विषय पर तरह-तरह के पोस्टर भी इन्होंने अपने हाथों से बनाए हैं, जिसकी प्रदर्शनी भी लगाई गई. इस तरह के कार्यक्रमों की कमान बनारस जिलाधिकारी की पत्नी संध्या मिश्रा ने संभाल रखी थी. संध्या मिश्रा कहती हैं कि छात्राएं तो जागरूक हैं ही, लेकिन पिछली बार यहां मतदान कम हुआ था, लेकिन इस बार हमारी कोशिश है कि रिकॉर्ड मतदान हो इसलिए ऐसे नए-नए तरीकों को आजमा रहे हैं.
साफ़ है कि राजनीतिक पार्टियों ने भले ही आधी आबादी को टिकट वितरण में जगह नहीं दी है, लेकिन महिलाएं चुनाव में जमकर भागीदारी कर रही हैं पर मैदान में लड़ने के लिए नहीं बल्कि चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने में और लोकतंत्र के पर्व में इनका यह योगदान सबसे बड़ा है.
मेहंदी और नेल पॉलिश के इन डिजाइन को देख आप कह उठेगें लाजवाब. लोगों को जागरूक करने का यह अनोखा तरीका सच में काबिलेतारीफ है.
अग्रसेन पीजी महिला कॉलेज की लगभग 5 हजार छात्राएं सिर्फ मेहंदी ही नहीं बल्कि नेल पॉलिश के जरिए भी वोट डालने की अपील कर रही हैं. खास बात यह है कि हर छात्रा के नाखून पर अलग-अलग डिजाइन थे, क्योंकि यहां पर नेल पॉलिश की प्रतियोगिता भी हुई थी. लिहाजा छात्राएं अपने-अपने तरीके से अपने नाखूनों को सजाकर पहुंची थीं. प्रतियोगिता में भाग लेने वाली ऋचा कहती हैं कि नेल पॉलिश की इस प्रतियोगिता में भाग लेकर उन्हें बहुत मजा आया क्योंकि मतदान के लिए लोगों को जागरूक करने का डिजाइन बनाना इतना आसान नहीं था.
स्कूल में मतदाता जागरूकता विषय पर तरह-तरह के पोस्टर भी इन्होंने अपने हाथों से बनाए हैं, जिसकी प्रदर्शनी भी लगाई गई. इस तरह के कार्यक्रमों की कमान बनारस जिलाधिकारी की पत्नी संध्या मिश्रा ने संभाल रखी थी. संध्या मिश्रा कहती हैं कि छात्राएं तो जागरूक हैं ही, लेकिन पिछली बार यहां मतदान कम हुआ था, लेकिन इस बार हमारी कोशिश है कि रिकॉर्ड मतदान हो इसलिए ऐसे नए-नए तरीकों को आजमा रहे हैं.
साफ़ है कि राजनीतिक पार्टियों ने भले ही आधी आबादी को टिकट वितरण में जगह नहीं दी है, लेकिन महिलाएं चुनाव में जमकर भागीदारी कर रही हैं पर मैदान में लड़ने के लिए नहीं बल्कि चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने में और लोकतंत्र के पर्व में इनका यह योगदान सबसे बड़ा है.
मेहंदी और नेल पॉलिश के इन डिजाइन को देख आप कह उठेगें लाजवाब. लोगों को जागरूक करने का यह अनोखा तरीका सच में काबिलेतारीफ है.
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