मुंबई में महानगरपालिका के चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने इस्तीफे की पेशकश की है. इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी भेजी है.
गौरतलब है कि बीएमसी रुझानों में कांग्रेस शिवसेना और बीजेपी से बुरी तरह पिछड़ गई है. वह तीसरे नंबर है.
उधर रुझानों में शिवसेना को मिली बढ़त पर बयान देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी ने सत्ता का दुरुपयोग किया. लोगों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. अब बीजेपी बताए कि एक पारदर्शी विपक्ष कैसा होता है. उन्होंने कहा कि रुझानों से पता चलता है कि मुंबई का बॉस कौन है? शिवसेना और उद्धव ठाकरे.'
दो दशकों में पहली बार बीजेपी शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं. इसलिए कहा जा रहा है कि शिवसेना-बीजेपी दोनों की साख दांव पर है. हाल के दिनों में दोनों पार्टियां जिस तरह से एक-दूसरे पर हमलावर रही हैं, उससे देखकर यह लग रहा है कि स्थानीय निकाय के चुनावों के नतीजों का असर राज्य में चल रही साझा सरकार पर भी पड़ सकता है. ऐसे में बीएमसी चुनाव के नतीजे दोनों ही पार्टियों के लिए काफ़ी मायने रखते हैं. निकाय चुनावों के लिए इस बार रिकॉर्ड 56% मतदान हुआ था.
गौरतलब है कि बीएमसी रुझानों में कांग्रेस शिवसेना और बीजेपी से बुरी तरह पिछड़ गई है. वह तीसरे नंबर है.
उधर रुझानों में शिवसेना को मिली बढ़त पर बयान देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी ने सत्ता का दुरुपयोग किया. लोगों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. अब बीजेपी बताए कि एक पारदर्शी विपक्ष कैसा होता है. उन्होंने कहा कि रुझानों से पता चलता है कि मुंबई का बॉस कौन है? शिवसेना और उद्धव ठाकरे.'
दो दशकों में पहली बार बीजेपी शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं. इसलिए कहा जा रहा है कि शिवसेना-बीजेपी दोनों की साख दांव पर है. हाल के दिनों में दोनों पार्टियां जिस तरह से एक-दूसरे पर हमलावर रही हैं, उससे देखकर यह लग रहा है कि स्थानीय निकाय के चुनावों के नतीजों का असर राज्य में चल रही साझा सरकार पर भी पड़ सकता है. ऐसे में बीएमसी चुनाव के नतीजे दोनों ही पार्टियों के लिए काफ़ी मायने रखते हैं. निकाय चुनावों के लिए इस बार रिकॉर्ड 56% मतदान हुआ था.
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