स्टार ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के सामने मंगलवार को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और टीम इंडिया के नए वंडर ब्वॉय विराट कोहली के खेल कौशल की तुलना करने की कठिन चुनौती थी. वैसे हरभजन ने इस 'गुगली' का बखूबी सामना किया. 'भज्जी' ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को चैंपियन प्लेयर बताया, लेकिन साथ ही यह कहने से नहीं चूके कि सचिन हमेशा नंबर वन रहेंगे. विराट कोहली ने हाल के वर्षों में बल्ले से जो शानदार प्रदर्शन किया है, उसके कारण उनकी तुलना मास्टर ब्लास्टर से की जाने लगी है. दूसरी ओर, सचिन ने भी अपने क्रिकेट करियर के दौरान ऊंचे मापदंड स्थापित किए. विराट ने जहां सचिन के वनडे रिकॉर्ड से खुद को बेहतर साबित किया है, वहीं सचिन के टेस्ट रिकॉर्ड की तरह प्रदर्शन करना उनके लिए अभी भी बड़ी चुनौती है.
पुणे में स्पोर्ट्स लिटरेचर फेस्टिवल 'स्पोर्टेल' में हरभजन ने कहा, 'विराट चैंपियन प्लेयर हैं लेकिन सचिन हमेशा नंबर वन रहेंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि विराट सभी बैटिंग रिकॉर्ड ध्वस्त कर देंगे लेकिन सचिन तो सचिन ही रहेंगे. विराट और मेरे सहित देश के कई लोगों ने सचिन के कारण ही खेलना प्रारंभ किया. यदि आप विराट से पूछेंगे तो वे भी यही बात कहेंगे, पाजी इज पाजी.' वैसे 36 वर्षीय हरभजन ने विराट के बैटिंग फॉर्म को जमकर सराहा. उन्होंने कहा कि कोहली का खेल के प्रति जुनून उन्हें अलग ही स्तर पर पहुंचा देता है. विराट न केवल खुद फिट हैं बल्कि दूसरों को भी फिटनेस के प्रति प्रेरित करते हैं.
गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर ने हमेशा ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया और विराट इस मामले में अपने आदर्श खिलाड़ी का अनुसरण करना चाहते हैं. दोनों देशों के बीच 23 फरवरी से प्रारंभ हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम इंडिया को फेवरेट माना जा रहा है. टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत कुछ विराट कोहली के फॉर्म पर निर्भर है, जिन्होंने जुलाई के बाद से चार दोहरे शतक जमाए हैं. कोहली मौजूदा समय में जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे हैं, उसके चलते उनकी तुलना महान डॉन ब्रेडमैन से भी की जाने लगी है. सर डॉन ने टेस्ट में 99.94 के औसत से रन बनाए हैं हालांकि वे भारत के खिलाफ कभी नहीं खेले.
पुणे में स्पोर्ट्स लिटरेचर फेस्टिवल 'स्पोर्टेल' में हरभजन ने कहा, 'विराट चैंपियन प्लेयर हैं लेकिन सचिन हमेशा नंबर वन रहेंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि विराट सभी बैटिंग रिकॉर्ड ध्वस्त कर देंगे लेकिन सचिन तो सचिन ही रहेंगे. विराट और मेरे सहित देश के कई लोगों ने सचिन के कारण ही खेलना प्रारंभ किया. यदि आप विराट से पूछेंगे तो वे भी यही बात कहेंगे, पाजी इज पाजी.' वैसे 36 वर्षीय हरभजन ने विराट के बैटिंग फॉर्म को जमकर सराहा. उन्होंने कहा कि कोहली का खेल के प्रति जुनून उन्हें अलग ही स्तर पर पहुंचा देता है. विराट न केवल खुद फिट हैं बल्कि दूसरों को भी फिटनेस के प्रति प्रेरित करते हैं.
गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर ने हमेशा ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया और विराट इस मामले में अपने आदर्श खिलाड़ी का अनुसरण करना चाहते हैं. दोनों देशों के बीच 23 फरवरी से प्रारंभ हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम इंडिया को फेवरेट माना जा रहा है. टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत कुछ विराट कोहली के फॉर्म पर निर्भर है, जिन्होंने जुलाई के बाद से चार दोहरे शतक जमाए हैं. कोहली मौजूदा समय में जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे हैं, उसके चलते उनकी तुलना महान डॉन ब्रेडमैन से भी की जाने लगी है. सर डॉन ने टेस्ट में 99.94 के औसत से रन बनाए हैं हालांकि वे भारत के खिलाफ कभी नहीं खेले.
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