हैदराबाद: टीम इंडिया और बांग्लादेश के बीच हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे सीरीज के एकमात्र टेस्ट मैच के दूसरे दिन सबकी नजरें विराट कोहली पर टिकी थीं. विराट कोहली लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में चौथा दोहरा शतक लगाकर आउट हुए. उन्होंने 204 रन बनाए. कोहली ने लगातार सीरीजों में दोहरे शतक लगाने के मामले में सर डॉन ब्रैडमैन और टीम इंडिया के ही पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ दिया है. इस बीच उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग का एक रिकॉर्ड भी तोड़ दिया.
. टीम इंडिया ने चायकाल के बाद 6 विकेट पर 687 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. ऋद्धिमान साहा (106) और रवींद्र जडेजा (60) नाबाद लौटे. विराट कोहली ने लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में 4 दोहरे शतक लगाकर रिकॉर्ड बना दिया है. वह लगातार सीरीजों में सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने के मामले में नंबर वन पर आ गए हैं. उन्होंने इससे पहले वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ दोहरे शतक लगाए थे. उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन और भारत के राहुल द्रविड़ ने लगातार 3 सीरीज में 3 दोहरे शतक जड़े थे.
चायकाल के बाद ऋद्धिमान साहा (83) और रवींद्र जडेजा (16) ने टीम इंडिया का पारी को 6 विकेट पर 620 रन से आगे बढ़ाया. जडेजा ने खुलकर बल्लेबाजी की, जबकि शतक के नजदीक पहुंच चुके साहा संभलकर खेले. साहा ने करियर का दूसरा शतक छक्के के साथ 153 गेंदों में पूरा किया, जबकि जडेजा ने पांचवीं फिफ्टी पूरी की. दोनों के बीच शतकीय साझेदारी हो चुकी है.
साल 2016 में आईसीसी की ओर से बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब पाने वाले आर अश्विन एक और रिकॉर्ड की दहलीज पर खड़े हैं. यदि वह बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबद टेस्ट में दो विकेट और झटक लेते हैं, तो वह सबसे तेजी से 250 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन जाएंगे. अश्विन के करियर का यह 45वां टेस्ट मैच है. सबसे कम मैचों में 250 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के नाम है. लिली ने 48 टेस्ट में यह कमाल किया था.
. टीम इंडिया ने चायकाल के बाद 6 विकेट पर 687 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. ऋद्धिमान साहा (106) और रवींद्र जडेजा (60) नाबाद लौटे. विराट कोहली ने लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में 4 दोहरे शतक लगाकर रिकॉर्ड बना दिया है. वह लगातार सीरीजों में सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने के मामले में नंबर वन पर आ गए हैं. उन्होंने इससे पहले वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ दोहरे शतक लगाए थे. उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन और भारत के राहुल द्रविड़ ने लगातार 3 सीरीज में 3 दोहरे शतक जड़े थे.
चायकाल के बाद ऋद्धिमान साहा (83) और रवींद्र जडेजा (16) ने टीम इंडिया का पारी को 6 विकेट पर 620 रन से आगे बढ़ाया. जडेजा ने खुलकर बल्लेबाजी की, जबकि शतक के नजदीक पहुंच चुके साहा संभलकर खेले. साहा ने करियर का दूसरा शतक छक्के के साथ 153 गेंदों में पूरा किया, जबकि जडेजा ने पांचवीं फिफ्टी पूरी की. दोनों के बीच शतकीय साझेदारी हो चुकी है.
साल 2016 में आईसीसी की ओर से बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब पाने वाले आर अश्विन एक और रिकॉर्ड की दहलीज पर खड़े हैं. यदि वह बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबद टेस्ट में दो विकेट और झटक लेते हैं, तो वह सबसे तेजी से 250 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन जाएंगे. अश्विन के करियर का यह 45वां टेस्ट मैच है. सबसे कम मैचों में 250 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के नाम है. लिली ने 48 टेस्ट में यह कमाल किया था.
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