यूपी के रायबरेली में चुनाव प्रचार के मकसद से प्रियंका गांधी वाड्रा अपने भाई कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पहुंचीं. इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले कांग्रेस ने किसानों के मुद्दों पर पूरे उत्तर प्रदेश में यात्रा निकाली थी. उत्तर प्रदेश के दो करोड़ किसान पीएम मोदी से कर्जा माफी की अपील कर रहे हैं. मैंने पीएम मोदी से कर्जा माफ के लिए मुलाकात की, जब मैं उनसे मिलने गया तो उन्होंने किसानों की कर्जा माफी के लिए कुछ नहीं बोला. उत्तर प्रदेश के चुनाव आते ही उन्होंने कि बीजेपी की सरकार आते ही कर्जा माफ करने की बातें की. कांग्रेस पार्टी ने किसानों का 70 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया था. तब हमारी उत्तर प्रदेश में सरकार नहीं थी. अगर पीएम मोदी चाहें तो 15 मिनट में कर्जा माफ कर सकते हैं. पीएम मोदी ने बिहार में चुनावों से पहले भी लाखों करोड़ों रुपये देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव हारने के बाद उन्होंने बिहार को स्पेशल पैकेज नहीं दिया.
इससे पहले राहुल गांधी ने फतेहपुर में रैली के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले किए. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मोदी को अपने वादे पूरे करने की नसीहत दी. राहुल गांधी का आरोप था कि पीएम ने अच्छे दिनों का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ. उन्होंने कहा- '2014 में मोदीजी ने कहा अच्छे दिन आएंगे. दिलवाले दुल्हनिया वाली पिक्चर दिखाई, 2.5 साल बाद लगा गब्बर सिंह आ गया.'
राहुल गांधी ने खुद को यूपी का गोद लिया हुआ बेटा बताने पर भी मोदी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि रिश्ते बोलने या जताने से नहीं बल्कि निभाने से बनते हैं. राहुल का आरोप था कि मोदी बिना सोचे-समझे काम करते हैं और उनके राज में आडवाणी और सुषमा स्वराज जैसे सीनियर नेताओं के पास कोई काम ही नहीं बचा है.
इससे पहले राहुल गांधी ने फतेहपुर में रैली के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले किए. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मोदी को अपने वादे पूरे करने की नसीहत दी. राहुल गांधी का आरोप था कि पीएम ने अच्छे दिनों का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ. उन्होंने कहा- '2014 में मोदीजी ने कहा अच्छे दिन आएंगे. दिलवाले दुल्हनिया वाली पिक्चर दिखाई, 2.5 साल बाद लगा गब्बर सिंह आ गया.'
राहुल गांधी ने खुद को यूपी का गोद लिया हुआ बेटा बताने पर भी मोदी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि रिश्ते बोलने या जताने से नहीं बल्कि निभाने से बनते हैं. राहुल का आरोप था कि मोदी बिना सोचे-समझे काम करते हैं और उनके राज में आडवाणी और सुषमा स्वराज जैसे सीनियर नेताओं के पास कोई काम ही नहीं बचा है.
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