लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आगामी 19 फरवरी को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव के लिये 12 जिलों की 69 सीटों पर प्रचार का शोर शुक्रवार शाम पांच बजे थम गया. तीसरे चरण में फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर जिले की 69 सीटों पर 19 फरवरी को वोट पड़ेंगे. यह चरण इसलिए अहम है क्योंकि इसमें सपा के गढ़ इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, बाराबंकी तथा फर्रुखाबाद में मतदान होगा. इस चरण में कुल 826 प्रत्याशी मैदान में हैं और करीब दो करोड़ 41 लाख मतदाता हैं. इस चरण के लिए कुल 25 हजार 603 मतदान बूथों बनाये गये हैं. इटावा सीट पर सबसे ज्यादा 21 प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट पर सबसे कम तीन उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
इस चरण में शिवपाल सिंह यादव, मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव और रीता बहुगुणा जोशी, अखिलेश के चचेरे भाई अनुराग यादव, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविन्द सिंह गोप, राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई, राज्यमंत्री राजीव कुमार सिंह, राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, बसपा छोड़कर भाजपा में गये बृजेश पाठक और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा.
वर्ष 2012 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने इन 69 में से 55 सीटें जीती थीं. वहीं बसपा को छह और भाजपा को पांच सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी को हासिल हुई थी. चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा मुखिया मायावती, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चुनाव प्रचार किया.
पहले दो चरणों में प्रचार नहीं करने वाले सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने तीसरे चरण में इटावा की जसवंतनगर सीट से पार्टी उम्मीदवार अपने भाई शिवपाल यादव तथा लखनऊ छावनी सीट से सपा प्रत्याशी अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के पक्ष में चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया. प्रदेश विधानसभा के बाकी चार चरणों का चुनाव 23 और 27 फरवरी तथा चार और आठ मार्च को होगा. मतों की गिनती 11 मार्च को होगी.
इस चरण में शिवपाल सिंह यादव, मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव और रीता बहुगुणा जोशी, अखिलेश के चचेरे भाई अनुराग यादव, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविन्द सिंह गोप, राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई, राज्यमंत्री राजीव कुमार सिंह, राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, बसपा छोड़कर भाजपा में गये बृजेश पाठक और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा.
वर्ष 2012 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने इन 69 में से 55 सीटें जीती थीं. वहीं बसपा को छह और भाजपा को पांच सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी को हासिल हुई थी. चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा मुखिया मायावती, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चुनाव प्रचार किया.
पहले दो चरणों में प्रचार नहीं करने वाले सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने तीसरे चरण में इटावा की जसवंतनगर सीट से पार्टी उम्मीदवार अपने भाई शिवपाल यादव तथा लखनऊ छावनी सीट से सपा प्रत्याशी अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के पक्ष में चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया. प्रदेश विधानसभा के बाकी चार चरणों का चुनाव 23 और 27 फरवरी तथा चार और आठ मार्च को होगा. मतों की गिनती 11 मार्च को होगी.
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