-- देश-विदेश के प्रतिभाशाली कलाकार होंगे शामिल -- आयोजन को लेकर अभी से झलक रहा है उत्साह
जन लीडर न्यूज़
दिल्ली/सहारनपुर। बीते वर्ष राजस्थान के गंगा-जमुनी तहजीब में रचे-बसे बेहद सुंदर, ऐतिहासिक और धार्मिक शहर बीकानेर में आयोजित चौथे सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन की अपार सफलता के पश्चात अब पांचवें सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर है। इस वर्ष 15 अप्रैल को यूपी के विश्वविख्यात शहर अयोध्या (फैजाबाद) में प्रस्तावित सम्मेलन में न केवल भारत के विभिन्न राज्यों बल्कि, अन्य देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। आयोजन के दौरान, साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों की धूम रहेगी, जिसे लेकर प्रतिभागियों में अभी से ही अलग उत्साह झलकने लगा है। इस बार पुनः इस आयोजन में फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सअप आदि प्रमुख सोशल मीडिया साइट्स से जुड़ेध्खाताधारी, भारत और आसपास के देशों के विश्व मैत्री-भाईचारे में यकीन रखने वाले प्रतिभाशाली कलाकर्मियोंध्व्यक्तित्वों को शामिल किया जायेगा। इसमें स्थान सीमित है और पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर प्रतिभाओं को आमंत्रित किया जायेगा।
जाने-माने संस्कृतिकर्मी एवं कुशल कार्टूनिस्ट किशोर श्रीवास्तव और नव प्रभात जन सेवा संस्थान फैजाबाद की अध्यक्ष सुमन द्विवेदी ने बताया कि, अयोध्या के तुलसी मानस भवन में प्रस्तावित सम्मेलन में गत वर्षों की भांति इस साल भी देश-विदेश से साहित्य, संगीत, चित्रकारी, कार्टून और कला के विभिन्न अन्य क्षेत्रों की विशिष्ट प्रतिभाएं एक मंच पर एकत्र होकर अपनी-अपनी विधाओं का प्रदर्शन करेंगी। इस अवसर पर श्रेष्ठ प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया जायेगा। आयोजन में किसी भी कला क्षेत्र की प्रतिभाएं निर्धारित प्रपत्र में अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकती हैं। चयन होने पर उन्हें इस सुन्दर आयोजन का हिस्सा बनने और सम्मानित होने का अवसर मिलेगा। साहित्यकारों सहित संस्कृति एवं कलाकर्मी प्रतिभागिता के लिए अपना विवरण 28 फरवरी तक ई-मेल से भेज सकते हैं। देशी-विदेशी प्रतिभाओं का अपनी भाषा के अलावा हिंदी भाषा का कामचलाऊ ज्ञान आवश्यक है। बेशक वे सांस्कृतिक यानी गायन, नृत्य आदि की प्रस्तुति और गतिविधियों में अपनी भाषा में भागीदारी कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि, एक दिवसीय सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में प्रतिभागी परिचय के उपरांत कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, परिचर्चा और सम्मान के अलग-अलग अमूमन दो-दो घंटे के लगभग पांच सत्र में शामिल होंगे। इसके अलावा चित्रकारों, छायाकारों, व्यंग्यकारों आदि के चित्रों की प्रदर्शनी भी मौके पर ही आयोजित की जाएगी। कोई भी प्रतिभागी अपनी कला के नमूने के साथ अधिकतम दो सत्रों के लिए निर्धारित प्रुप में अपनी प्रविष्टि भेज सकेगा और इसके लिए उसके चयन और समय या स्थिति के अनुसार कम से कम एक सत्र में शामिल होकर प्रतिभा प्रदर्शन अनिवार्य होगा। किसी भी कला क्षेत्र की नवोदित या प्रयासरत प्रतिभाएं भी सम्मेलन में अपनी सामान्य प्रतिभागिता दर्ज करा सकती हैं। उन्हें भी उनके स्तर के अनुसार आयोजन में सहभागिता का सम्मान प्रदान किया जायेगा।
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