नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म 'ब्लैक' को रिलीज हुए 12 साल हो गए हैं और इस मौके पर अमिताभ बच्चन काफी भावुक महसूस कर रहे हैं. इस फिल्म के रिलीज होने के 12 सालों बाद अमिताभ बच्चन ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने इस फिल्म के लिए कोई पैसा ही नहीं लिया, क्योंकि भंसाली के साथ ऐसी फिल्म में काम करना ही उनके लिए पारिश्रमिक था. अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर पोस्ट किया, 'संजय का काम देखने के बाद मैं उनके साथ काम करना चाहता था और जब यह मौका आया, तो मैं बेहद खुश था. मैंने फिल्म के लिए कोई पारिश्रमिक नहीं लिया. ऐसी फिल्म का हिस्सा होना ही पर्याप्त पारिश्रमिक था.'
अमिताभ बच्चन ने बताया कि फिल्म के निर्माण के दौरान जब सेट पर आग लग गई थी, तो वह और रानी मुखर्जी, डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के घर गए और सभी दृश्यों की फिर से शूटिंग के लिए तैयार हो गए. अमिताभ ने लिखा, 'शूटिंग पहले दिन से ही बेहद खास थी. भंसाली मुझे पटकथा सुनाने के लिए नासिक आए थे. उन्होंने एक काली फाइल से पढ़ना शुरू किया और कुछ लाइनें पढ़ने के बाद ही रुक गए और कहा, 'अमितजी मैं एक बुरा कथावाचक हूं, पटकथा आप पढ़िए' और वह मुंबई के लिए निकल गए.'
अमिताभ ने भंसाली की प्रशंसा करते हुए कहा, 'बारीकियों पर संजय की नजर और बेहतरीन अभिनय के लिए माहौल रचने की उनकी खूबी सचमुच बेहद खास है.' यह फिल्म 4 फरवरी को साल 2005 में रिलीज हुई थी. हेलन केलर के जीवन पर आधारित इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने नेत्रहीन लड़की का किरदार निभाया थ जबकि अमिताभ, रानी के टीचर बने थे. बता दें कि इस फिल्म में रणबीर कपूर ने संजय लीला भंसाली के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था.
अमिताभ बच्चन ने बताया कि फिल्म के निर्माण के दौरान जब सेट पर आग लग गई थी, तो वह और रानी मुखर्जी, डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के घर गए और सभी दृश्यों की फिर से शूटिंग के लिए तैयार हो गए. अमिताभ ने लिखा, 'शूटिंग पहले दिन से ही बेहद खास थी. भंसाली मुझे पटकथा सुनाने के लिए नासिक आए थे. उन्होंने एक काली फाइल से पढ़ना शुरू किया और कुछ लाइनें पढ़ने के बाद ही रुक गए और कहा, 'अमितजी मैं एक बुरा कथावाचक हूं, पटकथा आप पढ़िए' और वह मुंबई के लिए निकल गए.'
अमिताभ ने भंसाली की प्रशंसा करते हुए कहा, 'बारीकियों पर संजय की नजर और बेहतरीन अभिनय के लिए माहौल रचने की उनकी खूबी सचमुच बेहद खास है.' यह फिल्म 4 फरवरी को साल 2005 में रिलीज हुई थी. हेलन केलर के जीवन पर आधारित इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने नेत्रहीन लड़की का किरदार निभाया थ जबकि अमिताभ, रानी के टीचर बने थे. बता दें कि इस फिल्म में रणबीर कपूर ने संजय लीला भंसाली के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था.
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