नई दिल्ली: दिल्ली के सियासी गलियारों की शाम आज पीएम मोदी की डिनर डिप्लोमेसी के नाम होगी. प्रधानमंत्री मोदी एनडीए की एक अहम बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं. 2014 में सत्ता संभालने के बाद एनडीए की ये दूसरी बैठक है. आने वाले समय में सत्तारूढ़ गठबंधन की सियासी रणनीति के मद्देनजर बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.
मीटिंग में सभी घटक दलों के नुमाइंदों के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होने जा रहे हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं. कई सीएम प्रधानमंत्री के साथ अलग से भी बैठक कर सकते हैं. उनके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मीटिंग में शिरकत करेंगे.
माना जा रहा है कि बैठक में देश के ताजा सियासी हालात और भविष्य में गठबंधन की रणनीति पर चर्चा होगी. इसके अलावा केंद्र सरकार के अब तक के कामकाज की समीक्षा भी होगी. अगले राष्ट्रपति के चुनाव को देखते हुए भी इस मीटिंग को अहम माना जा रहा है. इसके अलावा मीटिंग में केंद्र और राज्यों बीच बेहतर समन्वय के उपायों पर भी चर्चा होगी. साथ ही किसानों की कर्ज माफी जैसे मुद्दे भी उठ सकते हैं. बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया जाएगा. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी रात्रि भोज पर सभी मेहमानों की मेजबानी करेंगे. बीजेपी नेता वेंकैया नायडू ने कहा, 'इस तरह की बैठकें संसद के हर सत्र के बाद होती हैं. हमारे सहयोगियों की तादाद लगातार बढ़ रही है. बैठक में सरकार के विकास के एजेंडा को आगे बढ़ाने पर बातचीत होगी.'
पिछले कुछ वक्त से बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्तों में कशीदगी बढ़ी है. पार्टी के सांसद रवींद्र गायकवाड पर एअर इंडिया की पाबंदी के बाद शिवसेना ने बैठक के बहिष्कार की धमकी दी थी. लेकिन बैन हटने के बाद उद्धव ठाकरे भी बैठक में शामिल होंगे. गौर करने लायक बात ये है कि शिवसेना ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को उम्मीदवार बनाने की हिमायत की है.
मीटिंग में सभी घटक दलों के नुमाइंदों के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होने जा रहे हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं. कई सीएम प्रधानमंत्री के साथ अलग से भी बैठक कर सकते हैं. उनके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मीटिंग में शिरकत करेंगे.
माना जा रहा है कि बैठक में देश के ताजा सियासी हालात और भविष्य में गठबंधन की रणनीति पर चर्चा होगी. इसके अलावा केंद्र सरकार के अब तक के कामकाज की समीक्षा भी होगी. अगले राष्ट्रपति के चुनाव को देखते हुए भी इस मीटिंग को अहम माना जा रहा है. इसके अलावा मीटिंग में केंद्र और राज्यों बीच बेहतर समन्वय के उपायों पर भी चर्चा होगी. साथ ही किसानों की कर्ज माफी जैसे मुद्दे भी उठ सकते हैं. बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया जाएगा. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी रात्रि भोज पर सभी मेहमानों की मेजबानी करेंगे. बीजेपी नेता वेंकैया नायडू ने कहा, 'इस तरह की बैठकें संसद के हर सत्र के बाद होती हैं. हमारे सहयोगियों की तादाद लगातार बढ़ रही है. बैठक में सरकार के विकास के एजेंडा को आगे बढ़ाने पर बातचीत होगी.'
पिछले कुछ वक्त से बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्तों में कशीदगी बढ़ी है. पार्टी के सांसद रवींद्र गायकवाड पर एअर इंडिया की पाबंदी के बाद शिवसेना ने बैठक के बहिष्कार की धमकी दी थी. लेकिन बैन हटने के बाद उद्धव ठाकरे भी बैठक में शामिल होंगे. गौर करने लायक बात ये है कि शिवसेना ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को उम्मीदवार बनाने की हिमायत की है.
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