नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को चिकनगुनिया और डेंगू मुक्त करने के लिए आम आदमी पार्टी के लिए वोट करें. आज भी वोटिंग करने से पहले मीडिया ने दिल्ली सरकार के रेफरेंडम के तौर पर एमसीडी चुनाव के मामले में अरविंद केजरीवाल से सवाल कर लिया. इस मामले में उन्होंने कुछ भी नहीं कहा. जवाब मिला. चलो देखते हैं.
अपने पूरे परिवार के साथ वोट डालने दिल्ली के सिविल लाइन्स के पोलिंग बूथ पर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं दिल्ली के लोगों से अपील करूंगा कि सब लोग भारी से भारी संख्या में वोट डालने आएं और गंदगी के ख़िलाफ़ और डेंगू चिकनगुनिया मुक्त दिल्ली के लिए वोट करें."
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले तक दिल्ली में ईवीएम को एक मुद्दा बनाने में जुटे रहे. पार्टी नेता इस बात को लेकर परेशान थे कि मुद्दा क्या है, ईवीएम या फिर दिल्ली की साफ सफाई.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिल्ली में जब चिकनगुनिया फैला था उस समय दिल्ली के मुख्यमंत्री और अधिकतर मंत्री छुट्टी मना रहे थे और सभी के सभी दिल्ली से बाहर थे. उस दौरान केवल एक मंत्री दिल्ली में था. मीडिया में खबर आने के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री वापस लौटे थे.
बता दें कि इस बार दिल्ली एमसीडी चुनाव बीजेपी, आप और कांग्रेस तीनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है. मतदान से लेकर 26 अप्रैल को मतगणना होने तक, संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया में सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 56 हजार जवानों के हाथों में होगी.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में कुल 272 सीटों के लिए 1 करोड़ 32 लाख 206 मतदाताओं के लिए 13,022 बूथ बनाए गए हैं. उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 1,004 उम्मीदवार हैं. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 985 और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 548 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है.
इस बार निगम चुनाव में पहली बार नोटा का प्रयोग किया जा रहा है. निगम चुनाव को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए करीब 56 हजार दिल्ली पुलिस, 40 कंपनियां पैरामिलिट्री और 20 हजार होमगार्डस को भी तैनात किया गया है. बूथ के अंदर मतदाताओं को मोबाइल फोन ले जाने की इजाजत नहीं होगी.
निगम चुनाव के मद्देनजर मेट्रो ट्रेन सुबह 4 बजे से चलनी शुरू हो जाएगी. जबकि दिल्ली से लगी सीमा को भी रात से सील कर दिया गया. 26 अप्रैल को निगम चुनाव की मतगणना होगी.
इस बार के निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी और स्वराज इंडिया पार्टी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. निगम के चुनाव में कुल सीटों में 40 फीसदी महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने शनिवार को सुरक्षा इंतजामों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य चुनाव आयोग ने निगम चुनाव में 774 स्थानों पर 4,748 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील घोषित किया है. इसके मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल कायम करते हुए दिल्ली पुलिस ने आतंकरोधी गतिविधियों को नाकाम करने सहित सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम किए हैं. पाठक ने बताया कि सुरक्षा इंतजामों के दायरे में सभी 13,022 मतदान केंद्रों को शामिल किया गया है. इन पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के 56,256 जवान तैनात रहेंगे. इसमें सीएपीएफ की 40 कंपनियां और होमगार्ड के 20 हजार जवान भी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि कुल 13,022 मतदान केन्द्रों में से 3,284 को संवेदनशील और 1,468 को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है.. जबकि मतदान केन्द्रों के आसपास 573 परिसरों को संवेदनशील और 197 को अतिसंवेदनशील परिसर के रूप में चिन्हित किया गया है. सबसे ज्यादा 585 संवेदनशील मतदान केन्द्र दक्षिणी दिल्ली में है. जबकि शाहदरा जिले में सर्वाधिक 114 संवेदनशील मतदान केंन्द्र चिन्हित किए गए हैं. अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में तुगलकाबाद, जामिया नगर, संगम विहार, सीमापुरी, सीलमपुर, आदर्शनगर, भारत नगर, करोल बाग, चांदनी महल, नजफगढ़, मुंडका, संल्तानपुरी और नांगलोई के कुछ मतदान केन्द्रों को शामिल किया गया है.
अपने पूरे परिवार के साथ वोट डालने दिल्ली के सिविल लाइन्स के पोलिंग बूथ पर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं दिल्ली के लोगों से अपील करूंगा कि सब लोग भारी से भारी संख्या में वोट डालने आएं और गंदगी के ख़िलाफ़ और डेंगू चिकनगुनिया मुक्त दिल्ली के लिए वोट करें."
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले तक दिल्ली में ईवीएम को एक मुद्दा बनाने में जुटे रहे. पार्टी नेता इस बात को लेकर परेशान थे कि मुद्दा क्या है, ईवीएम या फिर दिल्ली की साफ सफाई.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिल्ली में जब चिकनगुनिया फैला था उस समय दिल्ली के मुख्यमंत्री और अधिकतर मंत्री छुट्टी मना रहे थे और सभी के सभी दिल्ली से बाहर थे. उस दौरान केवल एक मंत्री दिल्ली में था. मीडिया में खबर आने के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री वापस लौटे थे.
बता दें कि इस बार दिल्ली एमसीडी चुनाव बीजेपी, आप और कांग्रेस तीनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है. मतदान से लेकर 26 अप्रैल को मतगणना होने तक, संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया में सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 56 हजार जवानों के हाथों में होगी.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में कुल 272 सीटों के लिए 1 करोड़ 32 लाख 206 मतदाताओं के लिए 13,022 बूथ बनाए गए हैं. उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 1,004 उम्मीदवार हैं. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 985 और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 548 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है.
इस बार निगम चुनाव में पहली बार नोटा का प्रयोग किया जा रहा है. निगम चुनाव को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए करीब 56 हजार दिल्ली पुलिस, 40 कंपनियां पैरामिलिट्री और 20 हजार होमगार्डस को भी तैनात किया गया है. बूथ के अंदर मतदाताओं को मोबाइल फोन ले जाने की इजाजत नहीं होगी.
निगम चुनाव के मद्देनजर मेट्रो ट्रेन सुबह 4 बजे से चलनी शुरू हो जाएगी. जबकि दिल्ली से लगी सीमा को भी रात से सील कर दिया गया. 26 अप्रैल को निगम चुनाव की मतगणना होगी.
इस बार के निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी और स्वराज इंडिया पार्टी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. निगम के चुनाव में कुल सीटों में 40 फीसदी महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने शनिवार को सुरक्षा इंतजामों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य चुनाव आयोग ने निगम चुनाव में 774 स्थानों पर 4,748 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील घोषित किया है. इसके मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल कायम करते हुए दिल्ली पुलिस ने आतंकरोधी गतिविधियों को नाकाम करने सहित सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम किए हैं. पाठक ने बताया कि सुरक्षा इंतजामों के दायरे में सभी 13,022 मतदान केंद्रों को शामिल किया गया है. इन पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के 56,256 जवान तैनात रहेंगे. इसमें सीएपीएफ की 40 कंपनियां और होमगार्ड के 20 हजार जवान भी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि कुल 13,022 मतदान केन्द्रों में से 3,284 को संवेदनशील और 1,468 को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है.. जबकि मतदान केन्द्रों के आसपास 573 परिसरों को संवेदनशील और 197 को अतिसंवेदनशील परिसर के रूप में चिन्हित किया गया है. सबसे ज्यादा 585 संवेदनशील मतदान केन्द्र दक्षिणी दिल्ली में है. जबकि शाहदरा जिले में सर्वाधिक 114 संवेदनशील मतदान केंन्द्र चिन्हित किए गए हैं. अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में तुगलकाबाद, जामिया नगर, संगम विहार, सीमापुरी, सीलमपुर, आदर्शनगर, भारत नगर, करोल बाग, चांदनी महल, नजफगढ़, मुंडका, संल्तानपुरी और नांगलोई के कुछ मतदान केन्द्रों को शामिल किया गया है.
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