नई दिल्ली/रायपुर: गृहमंत्री राजनाथ सिंह रायपुर पहुंचे, उन्होंने सुकमा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूद थे. राजनाथ के साथ गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर भी मौजूद रहे. सीएम रमन सिंह के साथ बैठक के बाद राजनाथ ने कहा कि सुकमा में हमला करना नक्सिलयों की कायराना हरकत को दर्शाता है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि सुकमा में जो हमला किया गया है वह बेहद कायरतापूर्ण है, आदिवासियों को अपनी ढाल बनाकर विकास के खिलाफ जो अभियान छेड़ा जा रहा है इसमें नक्सली कभी कामयाब नहीं होंगे. केंद्र और राज्य साथ मिलकर इसपर कार्रवाई करेंगे. राजनाथ बोले कि हम अपने जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जानें देंगे, इसे हमनें चुनौती के रूप में स्वीकार किया है. यह एक सोची समझी हत्या है. राजनाथ ने कहा कि नक्सली नहीं चाहते हैं कि आदिवासी क्षेत्र का विकास हो. राजनाथ ने कहा कि हमारे 25 जवान शहीद हुए हैं हम उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि हम अपनी रणनीति को सभी के सामने नहीं बता सकते हैं. हम अपनी रणनीति पर काम करेंगे और दोबारा से नई रणनीति बनाएंगे. राजनाथ ने कहा कि पिछले काफी समय से राज्य और केंद्र से मिलकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया है, जिससे नक्सलियों के हौसले पस्त हैं.
अगर यहां पर अधिक अफसरों की पोस्टिंग करनी होगी तो की जाएगी. राजनाथ ने कहा कि 8 मई को इस मुद्दे पर हाईलेवर बैठक होगी, जिसमें नई रणनीति पर चर्चा होगी. राजनाथ ने कहा कि हमें सीआरपीएफ के नेतृत्व पर कोई शक नहीं है.
रमन सिंह बोले कि यह घटना निंदनीय है, इस घटना की निंदा पीएम और गृहमंत्री ने की है. रमन सिंह बोले कि इलाके में जो भी काम चल रहा है, उससे नक्सलियों में बौखलाहट है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि एक रणनीति के साथ इसके खिलाफ एक्शन लिया जाए.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए सीआरपीएफ के जवानों पर हमले से पूरा देश गुस्से में है. सोमवार को हुए इस हमले में कुल 25 जवान शहीद हुए हैं, तो वहीं 7 जवान घायल हुए हैं. अभी भी सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर समेत 6 जवान लापता हैं. हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत देश की सभी बड़ी हस्तियों और लोगों ने दुख जताया. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी पर हमें फख्र है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
राजनाथ सिंह ने कहा कि सुकमा में जो हमला किया गया है वह बेहद कायरतापूर्ण है, आदिवासियों को अपनी ढाल बनाकर विकास के खिलाफ जो अभियान छेड़ा जा रहा है इसमें नक्सली कभी कामयाब नहीं होंगे. केंद्र और राज्य साथ मिलकर इसपर कार्रवाई करेंगे. राजनाथ बोले कि हम अपने जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जानें देंगे, इसे हमनें चुनौती के रूप में स्वीकार किया है. यह एक सोची समझी हत्या है. राजनाथ ने कहा कि नक्सली नहीं चाहते हैं कि आदिवासी क्षेत्र का विकास हो. राजनाथ ने कहा कि हमारे 25 जवान शहीद हुए हैं हम उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि हम अपनी रणनीति को सभी के सामने नहीं बता सकते हैं. हम अपनी रणनीति पर काम करेंगे और दोबारा से नई रणनीति बनाएंगे. राजनाथ ने कहा कि पिछले काफी समय से राज्य और केंद्र से मिलकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया है, जिससे नक्सलियों के हौसले पस्त हैं.
अगर यहां पर अधिक अफसरों की पोस्टिंग करनी होगी तो की जाएगी. राजनाथ ने कहा कि 8 मई को इस मुद्दे पर हाईलेवर बैठक होगी, जिसमें नई रणनीति पर चर्चा होगी. राजनाथ ने कहा कि हमें सीआरपीएफ के नेतृत्व पर कोई शक नहीं है.
रमन सिंह बोले कि यह घटना निंदनीय है, इस घटना की निंदा पीएम और गृहमंत्री ने की है. रमन सिंह बोले कि इलाके में जो भी काम चल रहा है, उससे नक्सलियों में बौखलाहट है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि एक रणनीति के साथ इसके खिलाफ एक्शन लिया जाए.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए सीआरपीएफ के जवानों पर हमले से पूरा देश गुस्से में है. सोमवार को हुए इस हमले में कुल 25 जवान शहीद हुए हैं, तो वहीं 7 जवान घायल हुए हैं. अभी भी सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर समेत 6 जवान लापता हैं. हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत देश की सभी बड़ी हस्तियों और लोगों ने दुख जताया. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी पर हमें फख्र है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
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