-जिले में भी पैट्रोल पंपों पर जांच शुरू
- जांच की सूचना पर पम्प स्वामियों में मचा हडक़ंप
- पहले ही मशीनों की सेटिंग ठीक करने में जुटे
अमित गुप्ता
सहारनपुर। योगी सरकार के आदेश के बाद जब से पैट्रोल पंपों की जांच शुरू हुई है और लखनऊ में सात ऐसे पैट्रोल पंप पकड़े गये है। तब से सहारनपुर में भी पैट्रोल पंप स्वामियों के हाथ-पांव फूलना शुरू हो गये है और पंप स्वामी भी पहले से ही अपनी मशीनों को दुरूस्त करने में जुट गये है। वहीं संबंधित विभागों ने भी पैट्रोल पंपों की जांच करना शुरू कर दिया है।
जब से लखनऊ में ऐसे पैट्रोल पंपों को पकड़ा है जो घटतौली के चलते ग्राहकों से लूट मचा रहे थे। तब पूरे यूपी में पैट्रोल पंपों में भी सैटिंग-गैटिंग का खेल चल गया है। वहीं सहारनपुर जिले में भी प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है और संबंधित विभाग ऐसे पैट्रोल पंपों पर जांच कर रहा है जहां पर आज तक शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई पिछली सरकारों में नहीं हो पा रही थी। इसे योगी सरकार का भय कहे या फिर मुख्यमंत्री योगी की कूटनीति। जब से योगी ने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है तब से वे एक से एक चौकानें वाले निर्णय ले रहे है। इसी निर्णय में जनता की जेबों से पैट्रोल पंप स्वामियों जिस प्रकार से घटतौली के चलते डाका डाल रहे थे। शनिवार को जिले में सभी पैट्रोल पंपों का अलग ही नजरा देखने को मिला। जहां कार्रवाई के नाम पर पिछली सरकारों में पैट्रोल पंप स्वामी आसानी से छूट जाते थे। वहीं योगी सरकार के सख्त निर्देश के बाद जिले के पैट्रोल पंप स्वामियों की सांसें अटकी हुई है। लखनऊ में हुई जांच का असर जिले में यहां के अधिकारियों पर ऐसा हुआ कि वे भी हरकत में आते नजर आये। पैट्रोल पंपों की जांच शनिवार को देवबंद से शुरू करते हुए कई ऐसे पैट्रोल पंपों की मशीनें खुलवाई गई। संबंधित विभागों की टीम मौके पर मौजूद रही। कई पैट्रोल पंपों में घटतौली के साक्ष्य पाये गये। जिसके बाद डीएसओ ने उन्हें सीज कर दिया और जांच के बाद उन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दे डाले।
बहरहाल, आमजन की जेबों में जिस प्रकार से ये लोग डाका डाल रहे थे। उससे जिले की फिजा अलग ही नजर आई। जहां पंपों पर कार्य करने वाले कर्मचारी लोगों को वापिस लौटा रहे थे। वहीं कुछ पैट्रोल पंप स्वामियों ने रात में ही अपनी मशीनों को ठीक करा लिया था। हैरानी की बात ये है कि संबंधित विभाग ने जिस प्रकार से देवबंद से पैट्रोल पंपों की चैकिंग की है उससे ये जाहिर होता है कि शहर के पैट्रोल पंप स्वामी पहले ही चौकन्ना हो गये है। जिले में पैट्रोल पंपों के स्वामी लखनऊ की कार्रवाई से ही चौकन्नें हो गये थे रही-सही कसर संबंधित विभागों द्वारा देवबंद से जांच के बाद पूरी हो जायेगी।
जिले के 90 फीसदी पैट्रोल कर रहे घटतौली
रिमोट और चिप के जरिए जिले के तमाम पैट्रोल पंप संचालक हर महीने पब्लिक को करोड़ों रूपये की चपत लगा रहे थे। लखनऊ में हुई इस कार्रवाई के बाद जिले में पंप स्वामियों को सबक मिला है। जिले के लगभग 90 फीसदी पैट्रोल पंप ऐसे है जहां घटतौली का मामला अपनी चर्म सीमा पर है। शासन-प्रशासन अब ऐसे पैट्रोल पंपों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई के मूढ में आ गई है।
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