चेन्नई: तमिलनाडु पुलिस ने कोर्ट में कहा कि एआईएडीएमके की महासचिव वीके शशिकला के समर्थन में बीच रिजॉर्ट में गए विधायकों को बंधक बनाकर नहीं रखा गया है. पुलिस के इस प्रकार के हलफनामे के एक दिन बाद ही एक विधायक ने नाटकीय ढंग से वहां से बच निकलने की बात कही है. एसएस सरवानन, जो कि मदुरै दक्षिण से विधायक है, सोमवार रात को कार्यकारी मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेलवम के घर पहुंचा और मौजूद रिपोर्टरों को बताया कि किस तरह वह दीवार फांदकर वहां से बचकर निकल आया है. सरवानन ने कहा कि किस प्रकार उसको अपने को बदलकर बीच रिजॉर्ट से भागने में सफलता मिली.
इस विधायक के भाग निकलने का किस्सा ठीक उस दिन आया जब एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला ने यह तय किया था कि वह सोमवार रात बीच रिजॉर्ट में ही रुकेंगी. यह लगातार तीसरा दिन था जब वह वहां गई थीं.
इस एक और विधायक के पन्नीरसेलवम के खेमे में शामिल होने के बाद अब पन्नीरसेलवम के पास सात विधायक हो गए हैं. इससे पहले, शशिकला ने विधायकों के साथ बैठक में कहा था कि मंगलवार को हम सब खुशी से बाहर जाएंगे.
सुप्रीम कोर्ट आज आय से अधिक संपत्ति के मामले में आज शशिकला पर फैसला आ सकता है. 1991-1996 के बीच जयललिता के मुख्यमंत्री रहते समय आय से अधिक 66 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के मामले में सितंबर 2014 में बेंगलुरु की स्पेशल कोर्ट ने जयललिता, शशिकला और उनके दो रिश्तेदारों को चार साल की सजा और 100 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. इस मामले में शशिकला को उकसाने और साजिश रचने का दोषी करार दिया गया था. लेकिन मई, 2015 में कर्नाटक हाईकोर्ट ने जयललिता और शशिकला समेत सभी को बरी कर दिया था.
अगर आज कोर्ट से शशिकला को कोई सजा नहीं मिली तो वह राज्य की मुख्यमंत्री पद की दौड़ शामिल हो सकेंगी और अगर दोषी साबित हो गईं तो वह इस रेस से बाहर हो जाएंगी. इसके बाद अगले छह साल तक वह किसी सार्वजनिक पद पर नहीं रह सकतीं और अगले छह साल तक चुनाव भी नहीं लड़ सकतीं.
इस विधायक के भाग निकलने का किस्सा ठीक उस दिन आया जब एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला ने यह तय किया था कि वह सोमवार रात बीच रिजॉर्ट में ही रुकेंगी. यह लगातार तीसरा दिन था जब वह वहां गई थीं.
इस एक और विधायक के पन्नीरसेलवम के खेमे में शामिल होने के बाद अब पन्नीरसेलवम के पास सात विधायक हो गए हैं. इससे पहले, शशिकला ने विधायकों के साथ बैठक में कहा था कि मंगलवार को हम सब खुशी से बाहर जाएंगे.
सुप्रीम कोर्ट आज आय से अधिक संपत्ति के मामले में आज शशिकला पर फैसला आ सकता है. 1991-1996 के बीच जयललिता के मुख्यमंत्री रहते समय आय से अधिक 66 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के मामले में सितंबर 2014 में बेंगलुरु की स्पेशल कोर्ट ने जयललिता, शशिकला और उनके दो रिश्तेदारों को चार साल की सजा और 100 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. इस मामले में शशिकला को उकसाने और साजिश रचने का दोषी करार दिया गया था. लेकिन मई, 2015 में कर्नाटक हाईकोर्ट ने जयललिता और शशिकला समेत सभी को बरी कर दिया था.
अगर आज कोर्ट से शशिकला को कोई सजा नहीं मिली तो वह राज्य की मुख्यमंत्री पद की दौड़ शामिल हो सकेंगी और अगर दोषी साबित हो गईं तो वह इस रेस से बाहर हो जाएंगी. इसके बाद अगले छह साल तक वह किसी सार्वजनिक पद पर नहीं रह सकतीं और अगले छह साल तक चुनाव भी नहीं लड़ सकतीं.
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