बेंगलुरु : अपने दिवंगत पिता का अंतिम संस्कार करने के बाद युवा क्रिकेटर ऋषभ पंत जज्बे और पेशेवरपन का परिचय देते हुए दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़ गए. इस दुख की घड़ी में भी पंत ने टीम के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए अपनी टीम से जुड़ने का फैसला किया.
आईपीएल 10 में टीम के पहले मैच की पूर्व संध्या पर दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच पैडी अपटन ने पुष्टि की कि 19 साल के पंत वह करेंगे तो भारतीय क्रिकेट के दो सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली पहले कर चुके हैं.
बता दें कि साल 2006 में अपनी पहली रणजी सीजन में कर्णाटक के खिलाफ मैच के दौरान विराट कोहली के पिता का निधन हो गया था. इसके बावजूद उन्होंने मैच खेला और 90 रन की पारी खेली.
देश के लिए खेलना सचिन तेंदुलकर के लिए सबसे बड़ा सम्मान था. शायद यही वजह थी कि वह अपने पिता की मौत के बाद अगले दिन भारत के लिए बल्लेबाजी करने उतरे थे, क्योंकि उनके पिता का ही सपना था कि सचिन देश का नाम रौशन करें. भारतीय टीम 1999 में विश्व कप में खेल रही थी.
पंत के यहां पहुंचने से ठीक पहले कोच अपटन ने कहा, ‘‘ऋषभ शाम के समय हमारे साथ जुड़ जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूरी टीम ऋषभ के साथ है. वह युवा है. यह काफी मुश्किल समय है विशेषकर जब परिवार में ऐसा कुछ होता है.’’ इस
बीच मीडिया के कुछ वर्गों में आई खबरों के अनुसार पिता का अंतिम संस्कार करते समय पंत का पैर भी जल गया जिसके कारण उन्हें रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ दिल्ली डेयरडेविल्स के पहले मैच से बाहर होने को बाध्य होना पड़ सकता है.
लंबे समय से बीमार चल रहे पंत के पिता का मंगलवार को रुड़की में निधन हुआ, जिसके बाद यह युवा क्रिकेटर को अपने पिता के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए घर लौटना पड़ा.
आईपीएल 10 में टीम के पहले मैच की पूर्व संध्या पर दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच पैडी अपटन ने पुष्टि की कि 19 साल के पंत वह करेंगे तो भारतीय क्रिकेट के दो सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली पहले कर चुके हैं.
बता दें कि साल 2006 में अपनी पहली रणजी सीजन में कर्णाटक के खिलाफ मैच के दौरान विराट कोहली के पिता का निधन हो गया था. इसके बावजूद उन्होंने मैच खेला और 90 रन की पारी खेली.
देश के लिए खेलना सचिन तेंदुलकर के लिए सबसे बड़ा सम्मान था. शायद यही वजह थी कि वह अपने पिता की मौत के बाद अगले दिन भारत के लिए बल्लेबाजी करने उतरे थे, क्योंकि उनके पिता का ही सपना था कि सचिन देश का नाम रौशन करें. भारतीय टीम 1999 में विश्व कप में खेल रही थी.
पंत के यहां पहुंचने से ठीक पहले कोच अपटन ने कहा, ‘‘ऋषभ शाम के समय हमारे साथ जुड़ जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूरी टीम ऋषभ के साथ है. वह युवा है. यह काफी मुश्किल समय है विशेषकर जब परिवार में ऐसा कुछ होता है.’’ इस
बीच मीडिया के कुछ वर्गों में आई खबरों के अनुसार पिता का अंतिम संस्कार करते समय पंत का पैर भी जल गया जिसके कारण उन्हें रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ दिल्ली डेयरडेविल्स के पहले मैच से बाहर होने को बाध्य होना पड़ सकता है.
लंबे समय से बीमार चल रहे पंत के पिता का मंगलवार को रुड़की में निधन हुआ, जिसके बाद यह युवा क्रिकेटर को अपने पिता के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए घर लौटना पड़ा.
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