नई दिल्ली: स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2017 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का समाज तकनीकी से युक्त है और तकनीकी से लैस युवा, समाज को गति और ऊर्जा दे रहा है.
प्रधानमंत्री ने नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि समाज की सभी समस्याओं का समाधान सरकार नहीं कर सकती, इसके लिए सभी की भागीदारी जरुरी है. उन्होंने कहा कि ज्ञान के क्षेत्र में हमारी एक पहचान रही है, शून्य का आविष्कार भारत में ही हुआ और आज आईटी क्षेत्र में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है. शून्य से लेकर मंगल तक का सफर हमें गौरवान्वित करता है. उपनिषद से उपग्रह तक हमारी यात्रा विस्तृत हुई है.
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'समाज में फैली समस्याओं का समाधान खोजा जाए और यह समाधान युवा मन द्वारा खोजा जाए. आपके लिए चुनौती भी है और अवसर भी. आपको सबसे ज्यादा आनंद इसी से मिलेगा. आपका समाधान भारत सरकार की रीति-नीति का आधार बनेगा.'
उन्होंने कहा, 'आज के इस अवसर पर देश के 10,000 नौजवान जुटकर हमारी रोजमर्रा की समस्याओं का समाधान खोज रहे हैं. इसलिए इसमें हिस्सा लेने वाले सभी युवाओं को मैं बधाई देता हूं और अभिनंदन करता हूं. आपको बहुत सकारात्मक नतीजे मिलेंगे. हम आज के समाज में तकनीकी के माध्यम से बदलाव ला सकते हैं.'
बता दें कि 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' शनिवार से देश के 26 जगहों पर शुरू हुआ. 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' के बारे में कहा जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन है. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, इस हैकाथॉन का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना है, जिसमें लगभग 10,000 छात्र 598 समस्याओं का डिजिटल समाधान करते दिखाई दिए. केंद्र सरकार के 29 विभागों ने इन 598 समस्याओं की पहचान की है, जिनमें हवाईअड्डों की जियो-फेंसिंग, ऑनलाइन टोल कलेक्शन, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, साइबर हमले तथा हवाईक्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए स्मार्ट ड्रोन भी शामिल हैं.
लगातार 36 घंटे तक चलने वाली डिजिटल प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता शनिवार को सुबह आठ बजे से देश की 26 विभिन्न जगहों पर शुरू हुईं. हर जगह पर हैकाथॉन की जिम्मेदारी एक केंद्रीय विभाग या मंत्रालय की थी. शीर्ष तीन टीमों को एक लाख रुपये, 75,000 रुपये तथा 50,000 रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा.
प्रधानमंत्री ने नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि समाज की सभी समस्याओं का समाधान सरकार नहीं कर सकती, इसके लिए सभी की भागीदारी जरुरी है. उन्होंने कहा कि ज्ञान के क्षेत्र में हमारी एक पहचान रही है, शून्य का आविष्कार भारत में ही हुआ और आज आईटी क्षेत्र में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है. शून्य से लेकर मंगल तक का सफर हमें गौरवान्वित करता है. उपनिषद से उपग्रह तक हमारी यात्रा विस्तृत हुई है.
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'समाज में फैली समस्याओं का समाधान खोजा जाए और यह समाधान युवा मन द्वारा खोजा जाए. आपके लिए चुनौती भी है और अवसर भी. आपको सबसे ज्यादा आनंद इसी से मिलेगा. आपका समाधान भारत सरकार की रीति-नीति का आधार बनेगा.'
उन्होंने कहा, 'आज के इस अवसर पर देश के 10,000 नौजवान जुटकर हमारी रोजमर्रा की समस्याओं का समाधान खोज रहे हैं. इसलिए इसमें हिस्सा लेने वाले सभी युवाओं को मैं बधाई देता हूं और अभिनंदन करता हूं. आपको बहुत सकारात्मक नतीजे मिलेंगे. हम आज के समाज में तकनीकी के माध्यम से बदलाव ला सकते हैं.'
बता दें कि 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' शनिवार से देश के 26 जगहों पर शुरू हुआ. 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' के बारे में कहा जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा हैकाथॉन है. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, इस हैकाथॉन का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना है, जिसमें लगभग 10,000 छात्र 598 समस्याओं का डिजिटल समाधान करते दिखाई दिए. केंद्र सरकार के 29 विभागों ने इन 598 समस्याओं की पहचान की है, जिनमें हवाईअड्डों की जियो-फेंसिंग, ऑनलाइन टोल कलेक्शन, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, साइबर हमले तथा हवाईक्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए स्मार्ट ड्रोन भी शामिल हैं.
लगातार 36 घंटे तक चलने वाली डिजिटल प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता शनिवार को सुबह आठ बजे से देश की 26 विभिन्न जगहों पर शुरू हुईं. हर जगह पर हैकाथॉन की जिम्मेदारी एक केंद्रीय विभाग या मंत्रालय की थी. शीर्ष तीन टीमों को एक लाख रुपये, 75,000 रुपये तथा 50,000 रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा.
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