सरकार के फरमान का असर
जन लीडर न्यूज़
सहारनपुर। जो सरकारी कर्मचारी शासनादेशों को ठेंगे पर रखते थे। योगी सरकार के आने के बाद अब किसी नियम के लागू होने की चर्चा पर ही हिलने लगे है। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने सरकारी विभागों में कर्मचारियों की दिनचर्या व कार्यशैली में बदलाव लाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये है। जिसमें उन्होंने कर्मचारियों की ड्रेस पर भी निशाना साधा है।
अध्यापकों के अलावा विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के पहनावे पर बदलाव करने का फरमान जारी किया था। इसी के साथ जहां अध्यापकों व अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को जींस व टी-शर्ट न पहनकर डयूटी पर आने के निर्देश दिये थे। वहीं सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों व अन्य स्टाफ को भी पहनावे के मामले में योगी सरकार ने अपने आदेशों के सर्किल में ले लिया है। शुक्रवार को जारी हुए इस फरमान के बाद जिला अस्पताल में बहुत कुछ बदला नजर आया। जो डाक्टर अकसर जींस, टी-शर्ट या ऐसे ही किसी अन्य पहनावे में नजर आते थे, वे शनिवार को पैंट-शर्ट में नजर आये। इतना ही नहीं महिला डाक्टरों पर इस नियम के लागू होने का असर दिखाई दिया। जींस व टी-शर्ट को त्याग महिला डाक्टर्स साड़ी या कमीज सलवार पहने नजर आई। डाक्टरों पर लागू हुए पहनावे के फरमान के साथ अन्य कर्मचारी भी या तो जिला अस्पताल से मिलने वाली ड्रेस में नजर आये या फिर सादे कमीज तथा पैंट पहने हुए दिखाई दिये।
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दर्जियों की बल्ले-बल्ले
मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के पहनावे में पैंट-शर्ट लागू करने के फरमान पर सबसे ज्यादा कपडों की सिलाई करने वाले नजर आये। नगर के मशहूर टेलर फैसल, सलीम, रामकुमार व रमेश ने कहा कि रेडीमेंट कपड़े बनाने वाली कंपनियों ने टेलरों के कारोबार पर जबरदस्त हमला कर दिया है। कितने टेलर तो जो कभी अपनी निजी दुकान चलाते थे। पड़ोसी राज्य हरियाणा में कारीगर की हैसियत से काम करने पर मजबूर हो गये थे। पैंट-शर्ट व सलवार-कमीज की मांग बढऩे पर अब टेलरों को अच्छा खास रोजगार मिल जायेगा। इन लोगों ने मोदी सरकार के इस फैसलें को बेहतर बताने के साथ ये भी कहा कि सरकारी विभागों में हिंदुस्तानी सभ्यता को भी बढ़ावा मिलेगा।
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