इतिहास में पहली बार किसी रॉकेट को दुबारा यूज किया गया है. टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क की स्पेस एजेंसी SpaceX ने पहले से इस्तेमाल किए गए रॉकेट Falcon 9 को दुबारा से स्पेस में भेजा है.
आपको बता दें कि यह वही रॉकेट है जो लॉन्च के बाद वापस आ जाता है. यह रॉकेट फ्लोरिडा से लॉन्च किया गया और इसके जरिए SpaceX ने स्पेस के ऑर्बिट में कम्यूनिकेशन सैटेलाइट भेजा है.
दिलचस्प ये हैं कि कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को स्पेस ऑर्बिट में छोड़ने के बाद यह रॉकेट वापस जमीन पर आया. इसे ऐटलांटिक ओशियन में SpaceX के फ्लोटिंग शिप पर सफलतापूर्वक लैंड कराया गया. यही रॉकेट पिछले साल अप्रैल में लॉन्च किया गया था. यानी इस रॉकेट से दो बार सैटेलाइट स्पेस में भेजे गए.
रॉकेट लैंड होने के बाद SpaceX के सीईओ एलॉन मस्क लाइव स्ट्रीम के जरिए लोगों को इसके बारे में जानकारी दी. उन्होंने इस मिशन के पूरे होने पर कहा, ‘इसका मतलब आप ऑर्बिटल क्लास बूस्टर को दुबारा उड़ा सकते हैं जो रॉकेट का सबसे महंगा पार्ट होता है. यह स्पेसफाइट में क्रांति लाने लाने वाला है’
गौरतलब है कि Space X इस मिशन के लिए पिछले छह साल से काम करी है. इसे 2011 की शुरुआत में शुरू किया गया था. इस सफल री-लॉन्च के बाद अब एक बार भेजे गए रॉकेट को दुबारे से री लॉन्च करने का रास्ता साफ होता दिख रहा है.
क्योंकि अभी तक किसी सैटेलाइट को भेजने के लिए हर बार नया रॉकेट तैयार किया जाता है जिसमें अरबों रुपये लगते हैं. लेकिन Space X ने जब एक रॉकेट को दुबारा लॉन्च करके यह साबित किया है कि रॉकेट के लिए अरबों रुपये बचाए जा सकते हैं.
हालांकि अभी इसमें कई पेचीदगी भी है, क्योंकि SpaceX ने हर लॉन्च पर पूरे Falcon 9 रॉकेट को सेव नहीं किया. बल्कि 14 स्टोरी में से पहले स्टेज को बचाया गया जिसमें मेन इंजन लगा होता है और सबसे ज्यादा इंधन भी इसी में होता है.
Falcon 9 के सफलतापूर्वक वापस आने का मतलब ये भी है कि कंपनी इसे फिर से तीसरी बार लॉन्च करने के लायक बनाएगी. उम्मीद की जा सकती है कि SpaceX इसे एक बार फिर से स्पेस में भेजेगी.
आपको बता दें कि यह वही रॉकेट है जो लॉन्च के बाद वापस आ जाता है. यह रॉकेट फ्लोरिडा से लॉन्च किया गया और इसके जरिए SpaceX ने स्पेस के ऑर्बिट में कम्यूनिकेशन सैटेलाइट भेजा है.
दिलचस्प ये हैं कि कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को स्पेस ऑर्बिट में छोड़ने के बाद यह रॉकेट वापस जमीन पर आया. इसे ऐटलांटिक ओशियन में SpaceX के फ्लोटिंग शिप पर सफलतापूर्वक लैंड कराया गया. यही रॉकेट पिछले साल अप्रैल में लॉन्च किया गया था. यानी इस रॉकेट से दो बार सैटेलाइट स्पेस में भेजे गए.
रॉकेट लैंड होने के बाद SpaceX के सीईओ एलॉन मस्क लाइव स्ट्रीम के जरिए लोगों को इसके बारे में जानकारी दी. उन्होंने इस मिशन के पूरे होने पर कहा, ‘इसका मतलब आप ऑर्बिटल क्लास बूस्टर को दुबारा उड़ा सकते हैं जो रॉकेट का सबसे महंगा पार्ट होता है. यह स्पेसफाइट में क्रांति लाने लाने वाला है’
गौरतलब है कि Space X इस मिशन के लिए पिछले छह साल से काम करी है. इसे 2011 की शुरुआत में शुरू किया गया था. इस सफल री-लॉन्च के बाद अब एक बार भेजे गए रॉकेट को दुबारे से री लॉन्च करने का रास्ता साफ होता दिख रहा है.
क्योंकि अभी तक किसी सैटेलाइट को भेजने के लिए हर बार नया रॉकेट तैयार किया जाता है जिसमें अरबों रुपये लगते हैं. लेकिन Space X ने जब एक रॉकेट को दुबारा लॉन्च करके यह साबित किया है कि रॉकेट के लिए अरबों रुपये बचाए जा सकते हैं.
हालांकि अभी इसमें कई पेचीदगी भी है, क्योंकि SpaceX ने हर लॉन्च पर पूरे Falcon 9 रॉकेट को सेव नहीं किया. बल्कि 14 स्टोरी में से पहले स्टेज को बचाया गया जिसमें मेन इंजन लगा होता है और सबसे ज्यादा इंधन भी इसी में होता है.
Falcon 9 के सफलतापूर्वक वापस आने का मतलब ये भी है कि कंपनी इसे फिर से तीसरी बार लॉन्च करने के लायक बनाएगी. उम्मीद की जा सकती है कि SpaceX इसे एक बार फिर से स्पेस में भेजेगी.
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