नई दिल्ली: सत्ता के गलियारों में अगले राष्ट्रपति को लेकर सरगर्मी तेज है. बीजेपी की ओर से सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस ओहदे का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. लेकिन शिवसेना ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है.
पार्टी के सांसद संजय राउत का कहना था कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए भागवत बतौर अगले राष्ट्रपति सही पसंद होंगे. उनके मुताबिक, 'ये देश का सबसे ऊंचा ओहदा है. इसके लिए किसी साफ छवि के शख्स को ही चुना जाना चाहिए. मैंने सुना है कि जिन उम्मीदवारों पर चर्चा हो रही है, उनमें मोहन भागवत भी शामिल हैं.
संजय राउत ने संकेत दिये कि शिवसेना उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार घोषित कर सकती है. उन्होंने कहा, 'अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत सही पसंद होंगे. हालांकि इस बारे में आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे.'
अगले राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी पार्टी के नेताओं को डिनर पर चर्चा के लिए बुलाया गया है. जब राउत से पूछा गया कि क्या शिवसेना इस चर्चा में शामिल होगी, उन्होंने जवाब दिया कि 'मातोश्री में भी अच्छा खाना मिलता है.' बीजेपी और शिवसेना के बीच महाराष्ट्र में रिश्ते मधुर नहीं है. लिहाजा राउत इस मामले में सहयोग पर कोई सीधा जवाब देने से बचे. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल इस साल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है. इससे पहले अगले राष्ट्रपति को चुना जाना है.
पार्टी के सांसद संजय राउत का कहना था कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए भागवत बतौर अगले राष्ट्रपति सही पसंद होंगे. उनके मुताबिक, 'ये देश का सबसे ऊंचा ओहदा है. इसके लिए किसी साफ छवि के शख्स को ही चुना जाना चाहिए. मैंने सुना है कि जिन उम्मीदवारों पर चर्चा हो रही है, उनमें मोहन भागवत भी शामिल हैं.
संजय राउत ने संकेत दिये कि शिवसेना उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार घोषित कर सकती है. उन्होंने कहा, 'अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत सही पसंद होंगे. हालांकि इस बारे में आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे.'
अगले राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी पार्टी के नेताओं को डिनर पर चर्चा के लिए बुलाया गया है. जब राउत से पूछा गया कि क्या शिवसेना इस चर्चा में शामिल होगी, उन्होंने जवाब दिया कि 'मातोश्री में भी अच्छा खाना मिलता है.' बीजेपी और शिवसेना के बीच महाराष्ट्र में रिश्ते मधुर नहीं है. लिहाजा राउत इस मामले में सहयोग पर कोई सीधा जवाब देने से बचे. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल इस साल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है. इससे पहले अगले राष्ट्रपति को चुना जाना है.
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