लखनऊ: उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों पर अमल करते हुए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने चाक-चौबंद तैयारी की है. यूपी की नई सरकार के इरादों को जमीन पर उतारने के लिए बोर्ड ने लखनऊ में एक कंट्रोल रूम बनाया है. यह कंट्रोल रूम सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा और लोग यहां पर अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं. इसके लिए बोर्ड ने हेल्पलाइन नंबर और यहां तक व्हाट्सऐप नंबर भी जारी किया है.
बता दें कि उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अमरनाथ वर्मा को नकलविहीन परीक्षाएं कराने के लिए समुचित कदम उठाने के निर्देश दिए थे. इन आदेशों पर कदम उठाते हुए बोर्ड ने कुछ पहल की. शिक्षा बोर्ड ने लखनऊ में एक कंट्रोल रूम है. इसका नंबर 0522-2236760 है. यह नंबर काम के दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक काम करेगा. यानी लगातार 12 घंटों तक लोग यहां पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए यूपी बोर्ड के अपर सचिव शिवलाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है. बोर्ड ने शिवलाल के वाट्सएप नंबर 9454457241 पर भी सीधे शिकायतें या सुझाव भेजने के लिए लोगों से कहा है. जानकारी के लिए बता दें कि जब एनडीटीवी ने इन दोनों नंबर पर फोन लगाया तो दोनों ही नंबर काफी लंबे समय तक व्यस्त ही रहे हैं.
नकल रोकने के लिए बोर्ड के कदम यहीं पर नहीं रुक रहे हैं. बोर्ड ने जिला, मंडल और मुख्यालय स्तर के अधिकारियों का एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया है, जिस पर भी इन शिकायतों का डाला जाएगा, ताकि संबंधित अधिकारी उस पर अमल कर कार्रवाई कर सकें.
बता दें कि उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अमरनाथ वर्मा को नकलविहीन परीक्षाएं कराने के लिए समुचित कदम उठाने के निर्देश दिए थे. इन आदेशों पर कदम उठाते हुए बोर्ड ने कुछ पहल की. शिक्षा बोर्ड ने लखनऊ में एक कंट्रोल रूम है. इसका नंबर 0522-2236760 है. यह नंबर काम के दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक काम करेगा. यानी लगातार 12 घंटों तक लोग यहां पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए यूपी बोर्ड के अपर सचिव शिवलाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है. बोर्ड ने शिवलाल के वाट्सएप नंबर 9454457241 पर भी सीधे शिकायतें या सुझाव भेजने के लिए लोगों से कहा है. जानकारी के लिए बता दें कि जब एनडीटीवी ने इन दोनों नंबर पर फोन लगाया तो दोनों ही नंबर काफी लंबे समय तक व्यस्त ही रहे हैं.
नकल रोकने के लिए बोर्ड के कदम यहीं पर नहीं रुक रहे हैं. बोर्ड ने जिला, मंडल और मुख्यालय स्तर के अधिकारियों का एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया है, जिस पर भी इन शिकायतों का डाला जाएगा, ताकि संबंधित अधिकारी उस पर अमल कर कार्रवाई कर सकें.
0 comments:
Post a Comment