लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट का जायजा लेने पहुंचे. अखिलेश यादव ने विदेश की तमाम नदियों की तर्ज पर गोमती के 14 किलोमीटर तक के एरिया के लिए यह योजना शुरू की थी. इसका एक हिस्सा बनकर तैयार हो गया है. योगी आदित्यनाथ ने रिवर फ्रंट से जुड़े अफसरों के साथ मीटिंग की. उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट की लागत बहुत ज्यादा लग रही है. इसे कम किया जाए. इसे बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है इसका जवाब एक हफ्ते में दिया जाए. योगी ने निर्देश जारी किए कि इसमें गैर-जरूरी चीजों को न बनाया जाए और इसकी लागत कम की जाए. गोमती नदी के पानी से बदबू आ रही है. इसमें जो नाले गिर रहे हैं उन्हें बंद करने के इंतजाम किए जाएं.
गोमती रिवर फ्रंट के तहत रिवर को पक्की डायफॉर्म वॉल बनाकर चैनेलाइज किया गया है और इसके दोनों किनारों पर लैंडस्केपिंग करके गार्डन बनाया गया है, जिसमें वॉकिंग प्लाजा, जॉगिंग ट्रैक और साइकिल ट्रैक वगैरह बनाए गए हैं. मॉर्डन शौचालयों की भी यहां सुविधा है. इसके अलावा म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर लाइट के इंतजाम भी यहां हैं. गोमती में नौकायन सबसे बड़ा आकर्षण है. जॉगिंग ट्रैक ऐसे विशेष मैटीरियल से बनाए गए हैं ताकि जॉगिंग में सहूलियत रहे. इसके किनारे पार्किंग बनी हुई.सिक्योरिटी के विशेष इंतजाम किए गए हैं.
गोमती रिवर फ्रंट के तहत रिवर को पक्की डायफॉर्म वॉल बनाकर चैनेलाइज किया गया है और इसके दोनों किनारों पर लैंडस्केपिंग करके गार्डन बनाया गया है, जिसमें वॉकिंग प्लाजा, जॉगिंग ट्रैक और साइकिल ट्रैक वगैरह बनाए गए हैं. मॉर्डन शौचालयों की भी यहां सुविधा है. इसके अलावा म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर लाइट के इंतजाम भी यहां हैं. गोमती में नौकायन सबसे बड़ा आकर्षण है. जॉगिंग ट्रैक ऐसे विशेष मैटीरियल से बनाए गए हैं ताकि जॉगिंग में सहूलियत रहे. इसके किनारे पार्किंग बनी हुई.सिक्योरिटी के विशेष इंतजाम किए गए हैं.
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