उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने जब से कार्यभार संभाला है तभी से वह एक्शन मोड में काम कर रहे हैं. मंगलवार को योगी ने अपना तूफानी दिल्ली दौरा भी किया, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह व अन्य नेताओं से मिले. वहीं योगी की तेजी का असर उनके फैसलों में भी दिख रहा है, कार्यभार संभालने के तीन दिनों के अंदर ही योगी सरकार ने 5 बड़े फैसले लिये हैं. जिनका बड़ा असर दिखाई दे रहा है. पढ़ें क्या हैं योगी सरकार के ये बड़े फैसले -
बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में एंटी रोमियो दल के मुद्दे को काफी जोर-शोर से उठाया था, खुद योगी आदित्यनाथ इसके समर्थन में रहे हैं. योगी सरकार ने मंगलवार को इस फैसले पर अमल करते हुए सभी जिलों में एंटी रोमियो दल गठित कर दिया है. इसको जोनल आईजी मॉनिटर करेंगे. जिसके बाद यह फैसला अमल में भी आ गया है. लखनऊ और पीलीभीत में कई जगहों पर इस स्क्वाड ने अभियान चलाया, जिसमें कई मनचले हिरासत में लिए गए. लखनऊ में नेशलल पीजी कॉलेज, कन्या विद्यालय अमीनाबाद, हजगतगंज, सहारागंज, चंदरबाग इलाके में एंटी रोमियो स्क्वाड का पहला एक्शन लखनऊ में हुआ, जहां करीब 4 जगहों से 8 मनचलों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ हुई.
बीजेपी के संकल्प पत्र में अवैध बूचड़खानों पर बंदी का मुद्दा अहम था. सरकार गठन के बाद योगी सरकार के पहले दिन ही इलाहाबाद नगर निगम ने दो अवैध बूचड़खानों को बंद करवाया था. वहीं मंगलवार को भी गाजियाबाद में 15 अवैध बूचड़खानों को सील किया गया है. इन शहरों के अलावा आजमगढ़, वाराणसी व अन्य शहरों में बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
बीजेपी ने चुनाव प्रचार के समय समाजवादी पार्टी पर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये थे. योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनते ही सबसे पहले इस मुद्दे पर कार्रवाई शुरू कर दी थी. योगी ने शपथ से पहले ही आदेश दे दिया था कि उत्सव की आड़ में किसी भी तरह की अराजकता को बख्शा ना जाए.
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद राम मंदिर का मुद्दा गर्मा गया है. तो दूसरी ओर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामायण म्यूजियम परियोजना को अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. केंद्र की मोदी सरकार ने इसका ऐलान किया था लेकिन अखिलेश सरकार में इस परियोजना पर काम आगे नहीं बढ़ा पाए थे. अब यूपी में बीजेपी सरकार ने इसके लिए जमीन आवंटित करने का ऐलान किया है. इस परियोजना पर 154 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है.
अप्रैल में आने वाले नवरात्रों और रामनवमी के त्योहारों के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सभी शक्तिपीठों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिये हैं. वहीं अयोध्या के लिए विशेष तौर पर निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि त्योहार के समय किसी भी असमाजिक तत्वों को ना बख्शा जाए.
बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में एंटी रोमियो दल के मुद्दे को काफी जोर-शोर से उठाया था, खुद योगी आदित्यनाथ इसके समर्थन में रहे हैं. योगी सरकार ने मंगलवार को इस फैसले पर अमल करते हुए सभी जिलों में एंटी रोमियो दल गठित कर दिया है. इसको जोनल आईजी मॉनिटर करेंगे. जिसके बाद यह फैसला अमल में भी आ गया है. लखनऊ और पीलीभीत में कई जगहों पर इस स्क्वाड ने अभियान चलाया, जिसमें कई मनचले हिरासत में लिए गए. लखनऊ में नेशलल पीजी कॉलेज, कन्या विद्यालय अमीनाबाद, हजगतगंज, सहारागंज, चंदरबाग इलाके में एंटी रोमियो स्क्वाड का पहला एक्शन लखनऊ में हुआ, जहां करीब 4 जगहों से 8 मनचलों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ हुई.
बीजेपी के संकल्प पत्र में अवैध बूचड़खानों पर बंदी का मुद्दा अहम था. सरकार गठन के बाद योगी सरकार के पहले दिन ही इलाहाबाद नगर निगम ने दो अवैध बूचड़खानों को बंद करवाया था. वहीं मंगलवार को भी गाजियाबाद में 15 अवैध बूचड़खानों को सील किया गया है. इन शहरों के अलावा आजमगढ़, वाराणसी व अन्य शहरों में बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
बीजेपी ने चुनाव प्रचार के समय समाजवादी पार्टी पर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये थे. योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनते ही सबसे पहले इस मुद्दे पर कार्रवाई शुरू कर दी थी. योगी ने शपथ से पहले ही आदेश दे दिया था कि उत्सव की आड़ में किसी भी तरह की अराजकता को बख्शा ना जाए.
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद राम मंदिर का मुद्दा गर्मा गया है. तो दूसरी ओर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामायण म्यूजियम परियोजना को अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. केंद्र की मोदी सरकार ने इसका ऐलान किया था लेकिन अखिलेश सरकार में इस परियोजना पर काम आगे नहीं बढ़ा पाए थे. अब यूपी में बीजेपी सरकार ने इसके लिए जमीन आवंटित करने का ऐलान किया है. इस परियोजना पर 154 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है.
अप्रैल में आने वाले नवरात्रों और रामनवमी के त्योहारों के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सभी शक्तिपीठों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिये हैं. वहीं अयोध्या के लिए विशेष तौर पर निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि त्योहार के समय किसी भी असमाजिक तत्वों को ना बख्शा जाए.
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