कोझिकोड: केरल में सीपीएम और बीजेपी के बीच रह रहकर सिर उठाने वाली राजनीतिक हिंसा के बीच कोझिकोड के नदापुरम इलाके में आरएसएस के दफ्तर के पास गुरुवार को देसी बम से हमला हुआ है. इसमें बीजेपी के चार कार्यकर्ता घायल हुए हैं. धमाके के बाद पुलिस ने पूरे इलाक़े में नाकाबंदी कर दी है. यह हमला आरएसएस के सह प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत के उस बयान के कुछ घंटों बाद हुआ है, जिसमें उन्होनें केरल के मुख्यमंत्री का सिर लाने की बात कही गई थी.
बता दें कि कुंदन चंद्रावत ने केरल में स्वयं सेवकों की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हत्या का बदला लेने पर इनाम देने की घोषणा की थी. उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का सिर कलम करने पर एक करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि 300 बेकसूर लोग (आरएसएस से जुड़े) मार दिए गए लेकिन केरल के मुख्यमंत्री ने इसके प्रति आंखें मूंद लीं.
चंद्रावत की इस टिप्पणी से राजनीति में भूचाल आ गया था. हालांकि, आरएसएस ने चंद्रावत की टिप्पणी से अपनी दूरी बना ली. संघ के राष्ट्रीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंद कुमार ने कहा कि आरएसएस ऐसी टिप्पणियों की सख्त निंदा करता है. संघ हिंसा में यकीन नहीं रखता.
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि चंद्रावत की टिप्पणी से आतंकी संगठन के रूप में आरएसएस का असली रंग सामने आया है. येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग सरकार की चुप्पी पर भी सवाल किया. माकपा पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि सरकार की चुप्पी आरएसएस को इस तरह की निंदा योग्य धमकियों के लिए प्रोत्साहित करता है.
इसने कहा कि इसके जरिए संघ ने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि यह हिंसा और आतंक की राजनीति को फैलाता है जैसा कि हाल के महीनों में केरल में भी स्पष्ट दिखा है. पार्टी ने राज्य और केंद्र सरकार से चंद्रावत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की मांग की.
इसने कहा कि इसके जरिए संघ ने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि यह हिंसा और आतंक की राजनीति को फैलाता है जैसा कि हाल के महीनों में केरल में भी स्पष्ट दिखा है. पार्टी ने राज्य और केंद्र सरकार से चंद्रावत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की मांग की.
बता दें कि कुंदन चंद्रावत ने केरल में स्वयं सेवकों की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हत्या का बदला लेने पर इनाम देने की घोषणा की थी. उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का सिर कलम करने पर एक करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि 300 बेकसूर लोग (आरएसएस से जुड़े) मार दिए गए लेकिन केरल के मुख्यमंत्री ने इसके प्रति आंखें मूंद लीं.
चंद्रावत की इस टिप्पणी से राजनीति में भूचाल आ गया था. हालांकि, आरएसएस ने चंद्रावत की टिप्पणी से अपनी दूरी बना ली. संघ के राष्ट्रीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंद कुमार ने कहा कि आरएसएस ऐसी टिप्पणियों की सख्त निंदा करता है. संघ हिंसा में यकीन नहीं रखता.
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि चंद्रावत की टिप्पणी से आतंकी संगठन के रूप में आरएसएस का असली रंग सामने आया है. येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग सरकार की चुप्पी पर भी सवाल किया. माकपा पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि सरकार की चुप्पी आरएसएस को इस तरह की निंदा योग्य धमकियों के लिए प्रोत्साहित करता है.
इसने कहा कि इसके जरिए संघ ने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि यह हिंसा और आतंक की राजनीति को फैलाता है जैसा कि हाल के महीनों में केरल में भी स्पष्ट दिखा है. पार्टी ने राज्य और केंद्र सरकार से चंद्रावत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की मांग की.
इसने कहा कि इसके जरिए संघ ने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि यह हिंसा और आतंक की राजनीति को फैलाता है जैसा कि हाल के महीनों में केरल में भी स्पष्ट दिखा है. पार्टी ने राज्य और केंद्र सरकार से चंद्रावत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की मांग की.
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