पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करनेवाले बिहार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान मुश्किल में घिरते जा रहे हैं। उनके खिलाफ बीजेपी के विधायक नितिन नवीन ने पटना में केस दर्ज करवाया है। जलील मस्तान की नागरिकता की भी जांच करने की मांग की गई है। बीजेपी मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर अड़ुी हुई है।
गौर हो कि बुधवार को बिहार के वैशाली जिला की एक अदालत में मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान सहित पांच दूसरे लोगों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने को लेकर एक परिवाद पत्र दायर किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी विवादित टिप्पणी को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण कल बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन बाधित रही।
बिहार के मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री जलील मस्तान के पूर्णिया जिला स्थित अमौर विधानसभा क्षेत्र में नोटबंदी के विरोध में गत 22 फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम का कल एक वीडियो जारी हुआ था जिसमें मंत्री द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते हुए दिखाया गया था। वीडियो में मस्तान को लोगों से यह कहते हुए दिखाया गया था कि वे उनकी (प्रधानमंत्री) की तस्वीर पर जूते मारें। इस दौरान मंत्री ने प्रधानमंत्री के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। हालांकि मंत्री ने बाद में मामला उठता देख इसपर खेद प्रकट जताते हुए ऐसी बातें स्वयं द्वारा बोले जाने से इंकार करते हुए कहा कि इसकी जांच कर करवाई की जा सकती है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि प्रधानमंत्री आदरणीय हैं और कोई ‘पागल’ ही होगा जो ऐसा बोल सकता है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी मंत्री की टिप्पणी को सही नहीं ठहराया है । बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भी प्रधानमंत्री को लेकर की गयी टिप्पणी को खारिज किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी मंत्री की टिप्पणी को गलत करार दिया है।
गौर हो कि बुधवार को बिहार के वैशाली जिला की एक अदालत में मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान सहित पांच दूसरे लोगों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने को लेकर एक परिवाद पत्र दायर किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी विवादित टिप्पणी को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण कल बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन बाधित रही।
बिहार के मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री जलील मस्तान के पूर्णिया जिला स्थित अमौर विधानसभा क्षेत्र में नोटबंदी के विरोध में गत 22 फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम का कल एक वीडियो जारी हुआ था जिसमें मंत्री द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते हुए दिखाया गया था। वीडियो में मस्तान को लोगों से यह कहते हुए दिखाया गया था कि वे उनकी (प्रधानमंत्री) की तस्वीर पर जूते मारें। इस दौरान मंत्री ने प्रधानमंत्री के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। हालांकि मंत्री ने बाद में मामला उठता देख इसपर खेद प्रकट जताते हुए ऐसी बातें स्वयं द्वारा बोले जाने से इंकार करते हुए कहा कि इसकी जांच कर करवाई की जा सकती है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि प्रधानमंत्री आदरणीय हैं और कोई ‘पागल’ ही होगा जो ऐसा बोल सकता है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी मंत्री की टिप्पणी को सही नहीं ठहराया है । बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भी प्रधानमंत्री को लेकर की गयी टिप्पणी को खारिज किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी मंत्री की टिप्पणी को गलत करार दिया है।
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