नई दिल्ली: यूपी के मिर्जापुर में पीएम मोदी नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर सपा-बसपा-कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आपने तो कमाल ही कर दिया. यूपी में जहां भी जाता हूं एक से बढ़कर एक रैलियां हो रही हैं. रैली की तरह मतदान में भी रिकॉर्ड टूटेगा मुझे यह साफ लग रहा है. यह चुनाव उत्सव है, सपा-कांग्रेस-बसपा से मुक्ति का अवसर. यूपी अगर आगे बढ़ जाए तो हिन्दुस्तान आगे बढ़ जाए. अकेले यूपी में हिन्दुस्तान को आगे ले जाने की ताकत है.
उन्होंने आगे कहा कि यह चुनाव इस बात का है कि यूपी के नौजवानों का भविष्य कौन सुनिश्चित करेगा. यूपी की बेटियों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा. गरीबों को गरीबी से मुक्त करवाने का ईमानदार प्रयास कौन करेगा. वादे बहुत हुए, जातपात के भेद बहुत हुए. अगर हमें यूपी को बदलना है तो सबका साथ सबका विकास लेकर चलना है.
पीएम ने अखिलेश यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि वह कैसे बेटे हैं, जो अपने पिता के काम को भी पूरा नहीं कर पाए. सिर्फ काम का ढोल पीटने का फैशन बना दिया गया है. आजकल अखिलेश मुझे भी काम बताते रहते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बिजली के तार को पकड़ कर देखो, बिजली जाती है या नहीं.
मैं कहता हूं कि मेरी बात छोड़ो आपके नए साथी राहुल गांधी ने 14 सितंबर को 2016 को खाट सभा की थी और वहां पर उनका हाथ बिजली के तार पर लग गया. कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद घबराए कि राहुल जी का हाथ तार पर लग गया तो मुसीबत हो जाएगी. इस पर राहुल ने कहा था कि चिंता मत कीजिए ये यूपी का तार है बिजली नहीं होती. आपके इस नए साथी का इसी मिर्जापुर इलाके में इकरार किया हुआ बयान है. तो अब क्या मुझे बिजली की तार छूने की जरूरत है. गौरतलब है कि इसी खाट सभा में राहुल गांधी समाजवादी पार्टी पर जमकर बरसे थे और यूपी की बिजली को लेकर चुटकी ली थी.
पीएम ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि मिर्जापुर के पत्थरों से आपका क्या झगड़ा है. मिर्जापुर से आपने मूर्तियां बनवाने के लिए पत्थर उठवाए. जब जांच शुरू हुई तो बताया कि ये पत्थर तो राजस्थान से लिए हैं. क्या मिर्जापुर से इतनी नफरत थी कि मिर्जापुर का पत्थर भी नहीं कह पाए. गर्व के साथ क्यों नहीं बताया कि यह मिर्जापुर का पत्थर है. जिनको मिर्जापुर के पत्थरों से नफरत हो, ऐसे लोग मिर्जापुर के वोट के अधिकारी हैं क्या?
उन्होंने आगे कहा कि यह चुनाव इस बात का है कि यूपी के नौजवानों का भविष्य कौन सुनिश्चित करेगा. यूपी की बेटियों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा. गरीबों को गरीबी से मुक्त करवाने का ईमानदार प्रयास कौन करेगा. वादे बहुत हुए, जातपात के भेद बहुत हुए. अगर हमें यूपी को बदलना है तो सबका साथ सबका विकास लेकर चलना है.
पीएम ने अखिलेश यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि वह कैसे बेटे हैं, जो अपने पिता के काम को भी पूरा नहीं कर पाए. सिर्फ काम का ढोल पीटने का फैशन बना दिया गया है. आजकल अखिलेश मुझे भी काम बताते रहते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बिजली के तार को पकड़ कर देखो, बिजली जाती है या नहीं.
मैं कहता हूं कि मेरी बात छोड़ो आपके नए साथी राहुल गांधी ने 14 सितंबर को 2016 को खाट सभा की थी और वहां पर उनका हाथ बिजली के तार पर लग गया. कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद घबराए कि राहुल जी का हाथ तार पर लग गया तो मुसीबत हो जाएगी. इस पर राहुल ने कहा था कि चिंता मत कीजिए ये यूपी का तार है बिजली नहीं होती. आपके इस नए साथी का इसी मिर्जापुर इलाके में इकरार किया हुआ बयान है. तो अब क्या मुझे बिजली की तार छूने की जरूरत है. गौरतलब है कि इसी खाट सभा में राहुल गांधी समाजवादी पार्टी पर जमकर बरसे थे और यूपी की बिजली को लेकर चुटकी ली थी.
पीएम ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि मिर्जापुर के पत्थरों से आपका क्या झगड़ा है. मिर्जापुर से आपने मूर्तियां बनवाने के लिए पत्थर उठवाए. जब जांच शुरू हुई तो बताया कि ये पत्थर तो राजस्थान से लिए हैं. क्या मिर्जापुर से इतनी नफरत थी कि मिर्जापुर का पत्थर भी नहीं कह पाए. गर्व के साथ क्यों नहीं बताया कि यह मिर्जापुर का पत्थर है. जिनको मिर्जापुर के पत्थरों से नफरत हो, ऐसे लोग मिर्जापुर के वोट के अधिकारी हैं क्या?
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