नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में चल रहे विजय हजारे ट्रॉफी मैच में भले ही झारखंड ने सर्विसेज की टीम को करारी शिकस्त दी हो, लेकिन इस जीत का सिरमौर रहे सौरभ तिवारी को जीत बदले दर्शकों के उल्हाने सुनने को मिले. मैच में महेंद्र सिंह धोनी को खेलने का मौका नहीं मिलने से नाराज दर्शकों ने 103 गेंदों पर नाबाद 102 रन जड़ने वाले सौरभ की जमकर हूटिंग की.
दरअसल, विजय हजारे ट्राफी के ग्रुप-डी में झारखंड का मुकाबला सर्विसेज (सेना) की टीम से था. सेना ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सेना की टीम ने गौरव कोचर और नकुल वर्मा के बीच हुई शतकीय साझेदारी की बदौलत 9 विकेट खोकर 276 रन बनाए.
277 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए झारखंड की टीम उतरी. झारखंड की टीम में कैप्टन कूल रहे महेंद्र सिंह धोनी भी थे. मैदान में दर्शक माही की बल्लेबाजी देखने के लिए जुटे थे.
लेकिन युवा खिलाड़ी सौरभ तिवारी और इशांक जग्गी की शानदार बल्लेबाजी के चलते महेंद्र सिंह धोनी को खेलने का मौका ही नहीं मिला. सौरभ तिवारी और इंशाक जग्गी ने चौथे विकेट के लिए 214 रन की साझेदारी करते हुए झारखंड को 7 विकेट से जीत दिला दी.
सौरभ तिवारी ने तीन चौके और छह छक्कों की मदद से 103 गेंद में नाबाद 102 रन बनाए. जबकि उनके जोड़ीदार इशांक जग्गी ने 92 गेंद में नाबाद 116 रन बनाए. उन्होंने 10 चौके और चार छक्के जड़े. इन दोनों ने मिलकर 214 रन की भागीदारी निभाई जिससे टीम ने 22 गेंद रहते जीत दर्ज कर ली.
सौरभ का शतक पूरा होने पर इस खिलाड़ी को लगा कि उसकी इस उपलब्धि पर दर्शक उसका स्वागत करेंगे, लेकिन पूरे मैदान में धोनी-धोनी के नारे गूंजने लगे और सौरभ की हूटिंग होने लगी. यहां तक की लोग सौरभ तिवारी हाय-हाय भी कह रहे थे.
हालांकि, सौरभ ने दर्शकों की प्रतिक्रिया पर कहा कि यह उनका धोनी के प्रति प्यार है. सौरभ ने कहा कि यह जीत भी उन्हें धोनी के दिए टिप्स की वजह से ही मिली है. इस मैच में धोनी ने विरोधी टीम के दो विकेट लिए थे.
दरअसल, विजय हजारे ट्राफी के ग्रुप-डी में झारखंड का मुकाबला सर्विसेज (सेना) की टीम से था. सेना ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सेना की टीम ने गौरव कोचर और नकुल वर्मा के बीच हुई शतकीय साझेदारी की बदौलत 9 विकेट खोकर 276 रन बनाए.
277 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए झारखंड की टीम उतरी. झारखंड की टीम में कैप्टन कूल रहे महेंद्र सिंह धोनी भी थे. मैदान में दर्शक माही की बल्लेबाजी देखने के लिए जुटे थे.
लेकिन युवा खिलाड़ी सौरभ तिवारी और इशांक जग्गी की शानदार बल्लेबाजी के चलते महेंद्र सिंह धोनी को खेलने का मौका ही नहीं मिला. सौरभ तिवारी और इंशाक जग्गी ने चौथे विकेट के लिए 214 रन की साझेदारी करते हुए झारखंड को 7 विकेट से जीत दिला दी.
सौरभ तिवारी ने तीन चौके और छह छक्कों की मदद से 103 गेंद में नाबाद 102 रन बनाए. जबकि उनके जोड़ीदार इशांक जग्गी ने 92 गेंद में नाबाद 116 रन बनाए. उन्होंने 10 चौके और चार छक्के जड़े. इन दोनों ने मिलकर 214 रन की भागीदारी निभाई जिससे टीम ने 22 गेंद रहते जीत दर्ज कर ली.
सौरभ का शतक पूरा होने पर इस खिलाड़ी को लगा कि उसकी इस उपलब्धि पर दर्शक उसका स्वागत करेंगे, लेकिन पूरे मैदान में धोनी-धोनी के नारे गूंजने लगे और सौरभ की हूटिंग होने लगी. यहां तक की लोग सौरभ तिवारी हाय-हाय भी कह रहे थे.
हालांकि, सौरभ ने दर्शकों की प्रतिक्रिया पर कहा कि यह उनका धोनी के प्रति प्यार है. सौरभ ने कहा कि यह जीत भी उन्हें धोनी के दिए टिप्स की वजह से ही मिली है. इस मैच में धोनी ने विरोधी टीम के दो विकेट लिए थे.
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