प्रसिद्ध भारतीय लेखक और नाटककार तारक मेहता का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया. उनकी उम्र 87 साल थी. पॉपुलर हास्ट टीवी शो 'तारक मेहता का उलटा चश्मा' उनके गुजराती स्तंभ 'दुनियां ने ओंधा चश्मा' पर आधारित है.
गुजरात के सीएम विजय रुपानी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा,' तारक मेहता के निधन से दुखी- हास्य-रस के लेखक और स्तंभकार. वे हमेशा ही हमारे चेहरे पर मुस्कान लेकर आये. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं.'
साल 2008 में असित कुमार मोदी ने उनके लेख 'दुनिया ने ओंधा चश्मा' की कहानी पर आधारित 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' बनाया. यह शो सब टीवी पर प्रसारित होता है जो घर-घर में काफी लोकप्रिय है. शो में तारक मेहता का किरदार लेखक और और कॉमेडियन शैलेश लोधा निभा रहे हैं.
तारक मेहता के निधन के सूचना मिलते ही उनके चाहने वाले गमगीन हो गये. बता दें कि तारक मेहता को साल 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. वे कई प्रकार के हास्य कहानी आदि का गुजराती में अनुवाद कर चुके हैं. बता दें, उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा, क्योंकि उनकी फैमिली ने देह दान का फैसला किया है.
गुजरात के सीएम विजय रुपानी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा,' तारक मेहता के निधन से दुखी- हास्य-रस के लेखक और स्तंभकार. वे हमेशा ही हमारे चेहरे पर मुस्कान लेकर आये. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं.'
साल 2008 में असित कुमार मोदी ने उनके लेख 'दुनिया ने ओंधा चश्मा' की कहानी पर आधारित 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' बनाया. यह शो सब टीवी पर प्रसारित होता है जो घर-घर में काफी लोकप्रिय है. शो में तारक मेहता का किरदार लेखक और और कॉमेडियन शैलेश लोधा निभा रहे हैं.
तारक मेहता के निधन के सूचना मिलते ही उनके चाहने वाले गमगीन हो गये. बता दें कि तारक मेहता को साल 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. वे कई प्रकार के हास्य कहानी आदि का गुजराती में अनुवाद कर चुके हैं. बता दें, उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा, क्योंकि उनकी फैमिली ने देह दान का फैसला किया है.
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