टेस्ट के चौथे दिन लंच के बाद उस समय मैदान पर गरमागरमी बढ़ गई जब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ और टीम इंडिया के कप्तान मैदान पर आमने-सामने आते दिखे. यह मौका ऑस्ट्रेलियाई की दूसरी पारी के 21वें ओवर में आया जब उमेश यादव की गेंद पर स्टीव स्मिथ को अम्पायर ने एलबीडब्ल्यू करार दिया. स्मिथ इस बात को लेकर असमंजस में दिखे कि अम्पायर के इस फैसले पर DRS की मदद लें अथवा नहीं. हालांकि रिप्ले में साफ नजर आया कि नीची रहती यह गेंद स्टंप्स को हिट करती. स्मिथ उस समय 28 रन के स्कोर पर थे. स्वाभाविक रूप से उनका आउट होना न केवल ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्कि भारतीय टीम के लिहाज से भी अहम था.
स्मिथ ने इस मामले में नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद पीटर हैंड्सकोंब की मदद ली. वे डीआरएस को लेकर किसी भी संकेत के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के चेंज रूम की ओर से भी संकेत का इंतजार कर रहे थे. उनके इस कदम को अम्पायर ने खेल भावना विपरीत मानते हुए अम्पायर ने मामले में दखल दिया. उन्होंने स्मिथ को ऐसा करने से रोका. मामले की नजाकत को देखते हुए टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली भी स्मिथ के करीब पहुंच गए थे. माहौल की गरमागरमी को देखते हुए इस मौके पर उनकी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान से बहस हो सकती थी, लेकिन अम्पायर लोंग ने मामला और आगे बढ़ने से पहले ही सुलझा लिया. उन्होंने विराट कोहली को इस मामले अलग कर दिया. स्मिथ ऑस्ट्रेलिया के चौथे विकेट के रूप में आउट हुए. अपनी 28 रनों की पारी में उन्होंने 48 गेंदों का सामना किया और तीन चौके लगाए.
यह भी एक संयोग रहा कि दोनों टीमों के कप्तान इस मैच में नाकाम रहे. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली पहली पारी में 12 और दूसरी पारी में 17 रन ही बना पाए. स्टीव स्मिथ का भी लगभग कुछ इसी तरह का हाल रहा. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पहली पारी में 8 रन बना पाए थे जबकि दूसरी पारी में 28 रन का योगदान ही टीम को दे पाए. पुणे टेस्ट की दूसरी पारी में स्टीव स्मिथ ने साहसिक शतक जमाया था.
स्मिथ ने इस मामले में नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद पीटर हैंड्सकोंब की मदद ली. वे डीआरएस को लेकर किसी भी संकेत के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के चेंज रूम की ओर से भी संकेत का इंतजार कर रहे थे. उनके इस कदम को अम्पायर ने खेल भावना विपरीत मानते हुए अम्पायर ने मामले में दखल दिया. उन्होंने स्मिथ को ऐसा करने से रोका. मामले की नजाकत को देखते हुए टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली भी स्मिथ के करीब पहुंच गए थे. माहौल की गरमागरमी को देखते हुए इस मौके पर उनकी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान से बहस हो सकती थी, लेकिन अम्पायर लोंग ने मामला और आगे बढ़ने से पहले ही सुलझा लिया. उन्होंने विराट कोहली को इस मामले अलग कर दिया. स्मिथ ऑस्ट्रेलिया के चौथे विकेट के रूप में आउट हुए. अपनी 28 रनों की पारी में उन्होंने 48 गेंदों का सामना किया और तीन चौके लगाए.
यह भी एक संयोग रहा कि दोनों टीमों के कप्तान इस मैच में नाकाम रहे. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली पहली पारी में 12 और दूसरी पारी में 17 रन ही बना पाए. स्टीव स्मिथ का भी लगभग कुछ इसी तरह का हाल रहा. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पहली पारी में 8 रन बना पाए थे जबकि दूसरी पारी में 28 रन का योगदान ही टीम को दे पाए. पुणे टेस्ट की दूसरी पारी में स्टीव स्मिथ ने साहसिक शतक जमाया था.
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