चीन की सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना द्वारा संचालित अखबार ने अपने एक लेख में कहा है कि अगर भारत वन बेल्ट, वन रोड (ओबीओआर) प्रोजेक्ट के प्रति व्यवहारिक रवैया अपनाना चाहिए. यही भारत के लिए फायदेमंद होगा. अगर भारत ऐसा नहीं करता है तो वो चीन के बढ़ते दबाव को देखता रहेगा.
चीन भारत को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. अखबार ने लिखा है कि चीन के इस प्रोजेक्ट को भारत की चिंता के बावजूद दुनियां के दूसरे मुल्कों से व्यापक संमर्थन मिल रहा है. इसलिए भारत को इस मामले में सावधानीपूर्वक कदम उठाना चाहिए.
लेख में आगे कहा गया है कि अगर भारत दूसरे देशों को इस परियोजना में शामिल होने से रोकने के लिए राजी करने में सक्षम नहीं है तो इसका दूसरा व्यवहारिक उपाय यह है कि भारत इस पहल में शामिल हो जाए.
ओबीओआर, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पसंदीदा प्रोजेक्ट है. इसके तहत चीन पड़ोसी मुल्कों सहित यूरोप को सड़क से जोड़ना चाहता है. प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद चीन दुनिया के कई पोर्ट्स से सीधे जुड़ जाएगा .
चीन भारत को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. अखबार ने लिखा है कि चीन के इस प्रोजेक्ट को भारत की चिंता के बावजूद दुनियां के दूसरे मुल्कों से व्यापक संमर्थन मिल रहा है. इसलिए भारत को इस मामले में सावधानीपूर्वक कदम उठाना चाहिए.
लेख में आगे कहा गया है कि अगर भारत दूसरे देशों को इस परियोजना में शामिल होने से रोकने के लिए राजी करने में सक्षम नहीं है तो इसका दूसरा व्यवहारिक उपाय यह है कि भारत इस पहल में शामिल हो जाए.
ओबीओआर, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पसंदीदा प्रोजेक्ट है. इसके तहत चीन पड़ोसी मुल्कों सहित यूरोप को सड़क से जोड़ना चाहता है. प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद चीन दुनिया के कई पोर्ट्स से सीधे जुड़ जाएगा .
0 comments:
Post a Comment