नई दिल्ली: अमेरिका के नेवाडा शहर में एक नया प्रयोग चल रहा है, दुनिया में हाई-स्पीड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क लाने के लिए. 'हाईपरलूप वन' नाम की कंपनी की देखरेख में एक सुपर सोनिक स्पीड वाले पायलट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. इसमें ट्यूब्स के जरिए एक हाईपरलूप सिस्टम तैयार हो रहा है. इसकी मदद से दो जगहों के बीच हाईपरलूप की मदद से मुसाफिरों और सामान दोनों को सुरक्षित और काफी कम समय में पहुंचाना संभव होगा.
हाईपरलूप वन कंपनी का दावा है कि इसकी मदद से दिल्ली से मुंबई की दूरी सिर्फ 55 मिनट में पूरी करना संभव होगा. दिल्ली में हाईपरलूप कंपनी के कार्यक्रम में रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी शामिल हुए. रेल मंत्री ने कहा कि वे उत्सुकता से हाईपरलूप कंपनी के पायलट प्रोजेक्ट पर नज़र रख रहे हैं.
उन्होंने भारत में हाई-स्पीड रेल नेटवर्क स्थापित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों का जिक्र किया.
दरअसल इस हाईपरलूप नेटवर्क में एक नई मेग्नेटिक लेविटेशन टेक्नालॉजी का इस्तेमाल किया गया है...जिसमें ट्यूबों में वैक्यूम बनाकर एयर रेज़िस्टेन्स को खत्म करने की कोशिश की गई है. फिलहाल इसका पायलट टेस्ट चल रहा है...सफल होने पर इसका कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होगा.
हाईपरलूप वन कंपनी का दावा है कि इसकी मदद से दिल्ली से मुंबई की दूरी सिर्फ 55 मिनट में पूरी करना संभव होगा. दिल्ली में हाईपरलूप कंपनी के कार्यक्रम में रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी शामिल हुए. रेल मंत्री ने कहा कि वे उत्सुकता से हाईपरलूप कंपनी के पायलट प्रोजेक्ट पर नज़र रख रहे हैं.
उन्होंने भारत में हाई-स्पीड रेल नेटवर्क स्थापित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों का जिक्र किया.
दरअसल इस हाईपरलूप नेटवर्क में एक नई मेग्नेटिक लेविटेशन टेक्नालॉजी का इस्तेमाल किया गया है...जिसमें ट्यूबों में वैक्यूम बनाकर एयर रेज़िस्टेन्स को खत्म करने की कोशिश की गई है. फिलहाल इसका पायलट टेस्ट चल रहा है...सफल होने पर इसका कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होगा.
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