फ्रांस की 24 साल की आइरिस मितेनेयर ने 65वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का ताज अपने नाम कर लिया है. हैती की राक्वेल पेलिशियर दूसरे स्थान पर रहीं. मूल रूप से पेरिस की आइरिस दंत शल्य चिकित्सा में स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं. मिस यूनिवर्स बनने के बाद अब उनका लक्ष्य दांतों और मुख की स्वच्छता संबंधी जागरूकता फैलाने का है. आइरिस को खाना पकाना, घूमना और स्पोर्ट्स बहुत पसंद है. वह नॉर्दन फ्रांस के लिली की रहने वाली हैं. भारत की रोशमिता हरिमूर्ति अंतिम 13 में भी जगह बनाने में नाकामयाब रही.
आइरिस ने इवनिंग गाउन, स्विम सूट और सवाल-जवाब के कई दौर पार करते हुए 86 प्रतियोगियों को पीछे छोड़ अंतिम दौर में जीत हासिल कर मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया.
आइरिस को यह खिताब पूर्व मिस यूनिवर्स पिया वर्जबैच ने दिया जो फिलिपीन की हैं. कोलंबिया के एंड्रिया तोवर दूसरी रनरअप रहीं.
प्रतियोगिता में भारत से रोशमिता अकेली नहीं थीं. पूर्व मिस यूनिवर्स एवं भारतीय अभिनेत्री सुष्मिता सेन प्रतियोगिता में जज की भूमिका में थी. सुष्मिता ने वर्ष 1994 में यह खिताब जीता था. समारोह में उन्हें ‘ बॉलीवुड सुपरस्टार, पूर्व मिस यूनिवर्स और महिला अधिकारों की हिमायती’ कहकर संबोधित किया गया था. वहीं, भारतीय मूल की सिख गर्ल किरन जस्साल ने मलेशिया को रिप्रेजेंट किया था. प्रतियोगिता की अंतिम 13 प्रतिभागी केन्या, इंडोनेशिया, मैक्सिको, पेरू, पनामा, फिलिपीन, कनाडा, ब्राजील, थाईलैंड और अमेरिका से थीं.
मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का 65वां संस्करण खास रहा क्योंकि इस बार यह फिलिपिंस के मनीला शहर में आयोजित हुआ. इस प्रतियोगिता में सुष्मिता जजों के पैनल में शामिल रही और यह उनके लिए बेहद खास है. दरअसल 1994 में जब वह खुद मिस यूनिवर्स बनी थीं तो वह मनीला में ही उन्होंने यह ताज जीता था.
आइरिस ने इवनिंग गाउन, स्विम सूट और सवाल-जवाब के कई दौर पार करते हुए 86 प्रतियोगियों को पीछे छोड़ अंतिम दौर में जीत हासिल कर मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया.
आइरिस को यह खिताब पूर्व मिस यूनिवर्स पिया वर्जबैच ने दिया जो फिलिपीन की हैं. कोलंबिया के एंड्रिया तोवर दूसरी रनरअप रहीं.
प्रतियोगिता में भारत से रोशमिता अकेली नहीं थीं. पूर्व मिस यूनिवर्स एवं भारतीय अभिनेत्री सुष्मिता सेन प्रतियोगिता में जज की भूमिका में थी. सुष्मिता ने वर्ष 1994 में यह खिताब जीता था. समारोह में उन्हें ‘ बॉलीवुड सुपरस्टार, पूर्व मिस यूनिवर्स और महिला अधिकारों की हिमायती’ कहकर संबोधित किया गया था. वहीं, भारतीय मूल की सिख गर्ल किरन जस्साल ने मलेशिया को रिप्रेजेंट किया था. प्रतियोगिता की अंतिम 13 प्रतिभागी केन्या, इंडोनेशिया, मैक्सिको, पेरू, पनामा, फिलिपीन, कनाडा, ब्राजील, थाईलैंड और अमेरिका से थीं.
मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का 65वां संस्करण खास रहा क्योंकि इस बार यह फिलिपिंस के मनीला शहर में आयोजित हुआ. इस प्रतियोगिता में सुष्मिता जजों के पैनल में शामिल रही और यह उनके लिए बेहद खास है. दरअसल 1994 में जब वह खुद मिस यूनिवर्स बनी थीं तो वह मनीला में ही उन्होंने यह ताज जीता था.
0 comments:
Post a Comment