नई दिल्ली: देश आज अपना 68वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मना रहा है। राष्ट्रगान के साथ समारोह की शुरुआत हुई और राष्ट्रपति ने तिरंगे को सलामी दी, राष्ट्रपति ने हवलदार हंगपन दादा को मरणोपरांत आशोक चक्र से सम्मानित किया। राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भारत की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियों और विविधतापूर्ण संस्कृति को प्रदर्शित किया जा रहा है। अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि हैं।सेना अपने टैंक टी-90 और इन्फैन्ट्री कॉम्बैट व्हीकल और ब्रह्मोस मिसाइल, हथियार का स्थान बताने वाले रडार स्वाति, ढुलाई करने लायक उपग्रह टर्मिनल और आकाश हथियार प्रणाली को भी दर्शाएगी। एक और आकर्षण धनुष तोप प्रणाली होगा। इसके बाद एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर रूद्र सलामी उड़ान भरेगा। गणतंत्र दिवस परेड में मेकैनाइज्ड इन्फैन्ट्री रेजीमेंट, बिहार रेजीमेंट, गोरखा ट्रेनिंग सेंटर और पंजाब रेजीमेंटल सेंटर, सिख रेजीमेंटल सेंटर, मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप, इन्फैन्ट्री, बटालियन :क्षेत्रीय सेना: सिख लाइट इन्फैन्ट्री का संयुक्त बैंड भी दिखेगा।
परेड में पूर्व सैन्यकर्मियों की झांकी भी दिखेगी। इसके बाद नौसेना की मार्चिंग टुकड़ी और नौसेना की भी एक झांकी दिखेगी। वायु सेना के मार्चिंग टुकड़ी के बाद वायु सेना की भी एक झांकी दिखाई जाएगी जिसमें भारतीय वायु सेना के सैन्य कौशल को प्रदर्शित किया जाएगा। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) अपना एडवांस्ड टॉड आर्टिफिसियल गन सिस्टम (एटीएजीएस) और मध्यम क्षमता वाले रडार अरूद्र को प्रदर्शित करेगा।अर्धसैनिक बल की टुकड़ी का नेतृत्व बीएसएफ का उंट बैंड करेगा।
परेड में पूर्व सैन्यकर्मियों की झांकी भी दिखेगी। इसके बाद नौसेना की मार्चिंग टुकड़ी और नौसेना की भी एक झांकी दिखेगी। वायु सेना के मार्चिंग टुकड़ी के बाद वायु सेना की भी एक झांकी दिखाई जाएगी जिसमें भारतीय वायु सेना के सैन्य कौशल को प्रदर्शित किया जाएगा। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) अपना एडवांस्ड टॉड आर्टिफिसियल गन सिस्टम (एटीएजीएस) और मध्यम क्षमता वाले रडार अरूद्र को प्रदर्शित करेगा।अर्धसैनिक बल की टुकड़ी का नेतृत्व बीएसएफ का उंट बैंड करेगा।
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