-- सहारनपुर में बेखौफ अपराधियों का दुस्साहसिक कारनामा -- रेंज के सभी जिलों में अलर्ट, सीमावर्ती क्षेत्रों में सघन चेकिंग
सहारनपुर। यूपी सहित पांच राज्यों में चुनावी तिथियों का ऐलान होने के कुछ ही घंटे बाद बेखौफ अपराधियों ने एक बार फिर सहारनपुर में दुस्साहसिक घटना को अंजाम दिया। पंजाब के नाभा और मध्य प्रदेश की तर्ज पर यहां जेल से पेशी पर लाए गए चार कुख्यात बंदी हवालात का रोशनदान तोड़कर फरार हो गए। शाम को जेल से भेजते समय जब बंदियों की गिनती हुई तो उनकी फरारी का खुलासा हुआ। इसी के साथ पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आला अधिकारियों ने पूरी रेंज में अलर्ट घोषित करने के साथ ही तमाम सीमावर्ती क्षेत्रों में नाकाबंदी कर दी है। चैतरफा चैकसी के बीच सघन चेकिंग का सिलसिला भी शुरू हो गया।
घटनाक्रम बुधवार का है, जब पेशी के लिए सहारनपुर कारागर से 127 बंदियों को तीन गाड़ियों में लाया गया। उन्हें कचहरी परिसर स्थित सदर हवालात के चार कक्षों में रखा गया। दिन में कचहरी में पेशी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बंदियों को एक बार फिर जेल भेजने की तैयारी शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि इसी दौरान, पहली गाड़ी में 55 बंदियों को जेल के लिए रवाना किया गया जबकि दूसरी गाड़ी में 47 बंदियों को भेजा गया। तीसरी गाड़ी में 25 बंदियों को भेजा जाना था लेकिन नियमानुसार सभी बंदियों की गिनती की गई तो 21 ही बंदी सामने आए। इसी के साथ अफरातफरी के आलम में, पुलिसकर्मियों ने हवालात के चारों कक्षों में बंदियों की तलाश शुरू कर दी लेकिन कोई नहीं मिला। यह देखकर तमाम आरक्षियों के होश उड़ गए।
चैतरफा मचे हड़कंप के बीच आला अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया। इसी बीच, घटनास्थल पर जब बारीकी से देखा गया तो एक हवालात का रोशनदान टूटा हुआ पाया गया। इसी के साथ खुलासा हो गया कि, हवालात से सधे अंदाज में चार बंदी बाहर निकलकर फरार हो गए। यही नहीं, कचहरी परिसर में ही दो अन्य हवालात के रोशनदान भी क्षतिग्रस्त पाए गए। इधर, मामले की सूचना पाते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भारत सिंह यादव, नगर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह और पुलिस उपाधीक्षक सुनीति मौके पर पहुंचे। आला अधिकारियों ने सभी फरार बंदियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। वहीं, कचहरी से पेशी के बाद वापस जेल भेजे गए बंदियों की जांच शुरू करा दी गई जबकि, गिनती के दौरान फरार हुए बंदियों के साथ आए अन्य 21 बंदियों की गाड़ी से उतारकर बेहद बारीकी के साथ जांच की गई। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सहारनपुर रेंज के सभी जिलों में अलर्ट घोषित करने के साथ हरियाणा और उत्तराखंड से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकिंग शुरू करा दी गई।
इस बाबत, एसएसपी भारत सिंह यादव ने बताया कि, बंदियों के फरार होने में जिस भी अधिकारी की लापरवाही जांच में सामने आएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, फरार होने वालों की पहचान हो गई है। इनमें नदीम उर्फ बिल्लू हांडा निवासी मंडी कोतवाली क्षेत्र शहर के ही थाना कुतुबशेर क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में जेल में बंद था। जबकि, बेसर निवासी गंगोह डकैती में आरोपी है। असलम निवासी चिलकाना 307 के मामले में जेल में था। जबकि हारून निवासी यमुनानगर, एनडीपीसी एक्ट में जेल में बंद था। उल्लेखनीय है कि, पहले भी सहारनपुर में बेखौफ अपराधी इस प्रकार की दुस्साहसिक वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। लेकिन, इस बार ऐन चुनाव से पहले बंदियों की फरारी को लेकर आम लोगों के बीच भी खासी चिंता महसूस की जा रही है।
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